(www.arya-tv.com)अवैध तरीके से धर्म परिवर्तन और विदेश से फंडिंग लेने के आरोपी इस्लामिक स्कॉलर मौलाना कलीम सिद्दीकी से पूछताछ में कई बड़े खुलासा हुए हैं। बीते जून माह में गिरफ्तार मौलाना उमर गौतम की संस्था में 57 करोड़ रुपए विदेश से आए थे। कहा जा रहा है कि यह पूरी फंडिंग मौलाना कलीम सिद्दीकी ने कराई थी। जबकि खुद के खाते में तीन करोड़ रुपए मंगाए थे। सिर्फ बहरीन से डेढ़ करोड़ आए थे। इन रुपयों का हिसाब न तो उमर गौतम दे पाया है न ही कलीम के पास कोई जवाब है। कलीम अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण करवा चुका है।
मौलाना कलीम सिद्दीकी उमर गौतम और उसके साथी के जरिए पूरे देश में धर्मांतरण का सिंडिकेट चला रहा था। उमर गौतम और उनके साथियों को किस राज्य में किस तरीके की स्पीच देनी है, किससे क्या बात करनी है, इसकी भी ट्रेनिंग भी वही दे रहा था।
जाकिर नाइक को अपना आइडियल मानता है कलीम
कलीम विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को अपना आइडियल मानता था। वह धर्मांतरण के लिए जाकिर नाइक जैसी ही हेट स्पीच देता था। ATS को कई ऐसे वीडियो हाथ लगे हैं जिसमें कलीम सिद्दीकी गैर कानूनी बातें धर्मांतरण के लिए कही हैं। ATS के सूत्रों के अनुसार, कलीम सिद्दीकी लोगों को जन्नत का लालच और जहन्नुम का खौफ जैसी बातों में उलझाकर उनका धर्म परिवर्तन कराता था। उसने यह भी बताया कि अब तक करीब एक हजार लोगों को गुमराह का उनका धर्म परिवर्तन करा चुका है। मौलाना सिद्दीकी मेरठ कॉलेज से बीएसी पास है।
मौलाना कलीम सिद्दीकी मुजफ्फरनगर के फुलत का रहने वाला है। ATS ने उसे मेरठ से मंगलवार की रात गिरफ्तार किया। मौलाना कलीम सिद्दीकी ग्लोबल पीस सेंटर का अध्यक्ष है और जमीयत-ए-वलीउल्लाह का अध्यक्ष भी है। ATS की टीम बीते चार महीने से मौलाना कलीम सिद्दीकी के बारे में जानकारी जुटा रही थी।
उसका दिल्ली, उत्तर भारत, हरियाणा समेत कई राज्यों में धर्मांतरण करवाने के अवैध कनेक्शन मिले हैं। मौलाना कलीम मेरठ कॉलेज से बीएससी पास है। उसने लखनऊ के नदवा कॉलेज में ग्रेजुएशन के बाद इस्लामिक शिक्षा के लिए एडमिशन लिया था। लेकिन पढ़ाई पूरी नहीं की और हरियाणा चला गया। ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्मांतरण कराने के मामले में 11वीं गिरफ्तारी मौलाना कलीम सिद्दीकी की है।
मौलाना कलीम से प्रेरित होकर मौलाना उमर करवाता था धर्म परिवर्तन
यूपी एटीएस ने धर्मांतरण के आरोप में इस साल जून में दो मौलानाओं मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया था। सूत्रों के मुताबिक एटीएस की पूछताछ में उमर गौतम ने बताया उसको धर्मांतरण करवाने के कार्य में मौलाना कलीम ही लेकर आया। उमर ने मौलाना कलीम को लेकर पूरी जानकारी एटीएस की टीम को दी। एटीएस ने जांच शुरू की तो धर्मांतरण के इस गंदे खेल में कई बातें सामने आई। एटीएस ने मौलाना कलीम पर हाथ डालने में चार महीने का समय लिया। जांच एजेंसियों का दावा है मौलाना कलीम सिद्दीकी का नेटवर्क पूरे देश में फैल हुआ है।
यूपी धर्मांतरण मामले में अब तक ये बातें आई सामने
- उमर गौतम के बाद मौलाना कलीम सिद्दीकी का भी जाकिर नाइक से कनेक्शन सामने आया है। जाकिर नाइक की संस्था IRF के लोग उमर के संपर्क में थे।
- धर्मांतरण मामले की जांच में टेरर एंगल सामने आ रहा है। धर्मांतरण गिरोह के आतंकी संगठनों से जुड़े होने के आरोप लग रहे हैं।
- विदेशी फंडिंग और टेरर फंडिंग के भी आरोप लगे हैं। उमर गौतम की संस्थाओं में करीब 57 करोड़ विदेशों से आए जिसका खर्च करने का हिसाब नहीं दे पाया है।
- गरीब लोगों को धन, नौकरी और शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराने का आरोप है।
- जांच एजेंसियों को पता चला है कि केंद्र सरकार के बाल और महिला कल्याण विभाग का एक अधिकारी भी आरोपियों की मदद करता था।
- इस मामले मे दूसरे संगठन की भूमिका की भी जांच की जा रही है। यह संगठन भी दिल्ली में ही है और इसके प्रमुख को कन्वर्जन का खलीफा के नाम से जाना जाता है।
- पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर डोनेशन मिलने की भी बात सामने आ रही है।
- धर्मांतरित मूक बधिर बच्चों का ‘जेहादी’ गतिविधियों में इस्तेमाल किए जाने के भी सुराग जांच एजेंसियों को मिले हैं।
- धर्मांतरण गिरोह के देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लग रहे हैं।
- अब तक की जानकारी के मुताबिक हिंदू के अलावा ईसाई, जैन और सिख परिवारों के बच्चों के भी बड़ी संख्या में धर्मांतरण की बात सामने आई है।