(www.arya-tv.com) मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है। रविवार सुबह बिष्णुपुर-चुराचांदपुर सीमा पर दोनों समुदाय के लोग भिड़ गए।
इसमें तीन लोगों की गोली लगने से जान चली गई। एक अन्य का सिर काट दिया गया।
CM एन बीरेन सिंह ने कुंबी में आने वाले इस इलाके का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय लोगों को सुरक्षा देने का वादा किया।
इधर, सोमवार को ही कुकी समुदाय की ओर से आर्मी प्रोटेक्शन की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।
कोर्ट ने मणिपुर सरकार से राज्य में जातीय हिंसा को रोकने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर एक हफ्ते के अंदर स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। मामले पर अगली सुनवाई 10 जुलाई को होगी।
वहीं सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्य में स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है।
CM बीरेन सिंह 30 जून को देने जा रहे थे इस्तीफा, फैसला बदला
मणिपुर में हिंसा को देखते हुए 30 जून को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह कुर्सी छोड़ने वाले थे। बीरेन ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलकर इस्तीफा सौंपने का मन बना लिया था। तभी सैकड़ों महिलाएं इंफाल में राजभवन के सामने पहुंचीं। महिलाओं ने बीरेन सिंह से इस्तीफा ना देने और हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग की।
हिंसा में 130 से अधिक लोग गंवा चुके हैं जान
मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है। हिंसा में अब तक 130 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 419 लोग घायल हुए हैं। 65,000 से अधिक लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। आगजनी की 5 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
राज्य में 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 IPS तैनात किए गए हैं।