(www.arya-tv.com) वाराणसी: राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर है. 5 दिनों की पूजा के बाद सिर्फ 84 सेकेंड के शुभ घड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला को गर्भगृह में स्थापित करेंगे. इस दौरान ‘प्रतितिष्ठत परमेश्वर’ इस मंत्र का पाठ किया जाएगा. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले काशी के प्रकांड विद्वान पण्डित गणेश्वर शास्त्री द्रविण ने इसकी जानकारी दी है.
उन्होंने बताया है कि ‘प्रतितिष्ठत परमेश्वर’ इस मंत्र का मतलब है, परमेश्वर आप विराजमान हो.सनातन धर्म के प्रसिद्ध ग्रंथ ‘धर्म सिंधु’ में देव विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा के लिए इस मंत्र को सर्वोत्तम बताया गया है.
अति दुर्लभ है योग
12 बजे के करीब जिस मुहूर्त में रामलला वहां विराजमान होंगे वो मुहूर्त भी काफी दुर्लभ है और कई सालों बाद ऐसे मुहूर्त मिलते है.इस मुहूर्त की खास बात यह है कि इस समय नौ ग्रहों में से छह ग्रह एक साथ होंगे. गुरु ग्रह की पूरी दृष्टि इस दौरान पांचवे ,सातवें और नौवे स्थान पर होगी.
भारत के उन्नति का कारक
इस मुहूर्त की एक विशेषता यह भी यह कि इस समय दोष उत्पन्न करने वाले पांच बाण यानी रोग बाण,चोर बाण,मृत्यु बाण,अग्नि बाण और राज बाण कोई भी नहीं होगा.बल्कि अभिजीत मुहूर्त में रामलला वहां विराजमान होंगे जो भारत के उन्नति का कारक होगा.
बुध-शुक्र सभी दोषों का करेंगे निवारण
इस शुभ योग में बुध और शुक्र 9 वें स्थान पर विराजमान है.ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक,9 वें घर का बुध सभी दोषों को दूर करता है.इसके अलावा शुक्र भी उन दोषों का निवारण कर देता है.इसलिए मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के इस मुहूर्त को धर्म शास्त्र और ज्योतिषशास्त्र के दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है.