(www.arya-tv.com)पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खातों के सील होने पर हैरानी जताई है। ममता ने इसे लेकर सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए केंद्र सरकार पर तंज कसा है।
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- यह सुनकर हैरान हूं कि क्रिसमस पर, केंद्रीय मंत्रालय ने भारत में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खातों को सील कर दिया। उनके 22 हजार मरीजों और कर्मचारियों को भोजन और दवाओं के बिना छोड़ दिया गया। जबकि कानून सबसे ऊपर है, मानवीय प्रयासों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने बयान जारी कर बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उसके किसी भी बैंक खाते को फ्रीज करने का आदेश नहीं दिया है। संस्था ने एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि FCRA न तो निलंबित किया गया है और न ही रद्द किया गया है।
गृह मंत्रालय ने कहा- खुद ही फ्रीज करवाए खाते
वहीं गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने SBI से कहकर अपने खाते खुद ही फ्रीज करवाए हैं। मंत्रालय ने कहा कि संस्था का FCRA रजिस्ट्रेशन रिन्यू करते वक्त कुछ ‘एडवर्स इनपुट’ पाए गए। इसलिए रिन्यूअल को मंजूरी नहीं दी गई। उनका FCRA रजिस्ट्रेशन 31 दिसंबर तक ही वैध था। गृह मंत्रालय ने संस्था का कोई भी अकाउंट फ्रीज नहीं किया है।
बाइबिल पढ़ने के लिए मजबूर करने का आरोप
बता दें कि इसी महीने गुजरात के मकरपुरा थाने में मिशनरीज ऑफ चैरिटी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायतकर्ता का कहना था कि संगठन ने शेलटर होम में रह रही लड़कियों को क्रॉस पहनने और बाइबिल पढ़ने के लिए मजबूर किया था।
मदर टेरेसा ने की थी मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना
मदर टेरेसा ने 1950 में मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना की थी। मदर टेरेसा एक रोमन कैथोलिक नन थीं। इन्होंने अपनी जिंदगी का ज्यादातर वक्त कोलकाता में गरीबों की सेवा करते हुए बिताया था। इसके लिए मदर को शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सितंबर 1997 में मदर टेरेसा की मृत्यु हो गई। सितंबर 2016 में पोप फ्रांसिस ने उन्हें संत का दर्जा दिया था।