पटाखे से बाइक सवार जीजा-साले की मौत के बाद गोसाईंगंज पुलिस ने मातन टोला, पिक्चर हॉल कस्बा और रटई गांव में अवैध पटाखों के भंडारण को लेकर छापेमारी की। मातन टोला निवासी हसीब के घर और करीब पांच किलोमीटर दूर रटई गांव के गोदाम से 1014 किलो बम और पटाखे बरामद किए गए। हसीब को गिरफ्तार कर लिया गया।
इसके अलावा रटई गांव में जावेद के मकान में भी तलाशी ली गई, जहां 11 कुंतल हैंडमेड पटाखे बरामद हुए। जावेद मौके पर नहीं मिला। तलाशी के दौरान उसके बेटे की मौजूदगी में ताला खुलवाकर पटाखे जब्त किए गए। जावेद और राहुल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तलाश शुरू कर दी गई है। बरामद पटाखों की कीमत लगभग नौ लाख रुपये आंकी गई।
एसीपी ऋषभ रनवाल ने बताया कि हसीब कई साल से दिवाली पर पटाखे खरीदकर बेचता रहा है और अवैध रूप से भंडारण करता था। मलौली में हुए विस्फोट में अहमद और सुहैल की मौत के बाद पुलिस ने मुखबिरों की मदद से यह कार्रवाई की।
नहीं था बिक्री का लाइसेंस
इंस्पेक्टर बृजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि दबिश के दौरान हसीब से पटाखा बिक्री का लाइसेंस मांगा गया, जिसे वह नहीं दिखा सका। आरोपी अवैध रूप से पटाखा बेच रहा था।
छापेमारी में कुल 37 बोरी पटाखे बरामद किए गए, जिनकी कीमत लगभग तीन लाख रुपये आंकी गई। पुलिस ने दोनों मामलों में अवैध भंडारण और विस्फोटक अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की है।