महिंद्रा ने उत्‍तर प्रदेश में कृष-ई सेंटर्स खोले

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 लखनऊ (www.arya-tv.com) महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्‍टर (एफईएस), जो 19.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाले महिंद्रा समूह का एक घटक है, ने महिंद्रा के नये फार्मिंग ऐज अ सर्विस बिजनेस के अंतर्गत आज उत्‍तर प्रदेश के सुल्‍तानपुरमहाराजगंजफैजाबादअकबरपुरआजमगढ़सैदपुरशिवराजपुर और कानपुर नगर में कृष-ई सेंटर्स खोले।

एक्‍सपर्ट तकनीक. नये उपाय. परिणाम दिखाये. की टैगलाइन वाला, कृष-ई एक व्‍यावसायिक खंड है जो किसानों को प्रगतिशील, किफायती और सुगमतापूर्वक हासिल की जाने योग्‍य तकनीकी सेवाएं उपलब्‍ध कराता है। कृष-ई का उद्देश्‍य, संपूर्ण फसल चक्र के दौरान डिजिटल सेवाओं के जरिए किसानों की आमदनी बढ़ाना है। इन सेवाओं में कृषि परामर्श, किराये पर उन्‍नत कृषि उपकरण (रेंटल इक्विपमेंट) की उपलब्‍धता और आधुनिक प्रेसिजन फार्मिंग समाधान शामिल हैं, जिनमें से सभी कुल लागत को कम करके और कृषि पैदावार में वृद्धि करके किसानों की आमदनी बढ़ाने पर केंद्रित हैं उत्‍तर प्रदेश के अलावा, कृष-ई सेंटर्स अब महाराष्‍ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, मध्‍य प्रदेश और बिहार में चालू हो चुके हैं।

इस ऐतिहासिक लॉन्‍च पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुएमहिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रेसिडेंट – फार्म इक्विपमेंट सेक्‍टर (एफईएस)हेमंत सिक्‍का ने कहा”यद्यपि कृषि में निवेश व तकनीकी नवाचारों ने भारत में पैदावार के स्‍तरों को बढ़ाया है, फिर भी उत्‍पादकता के स्‍तरों और कृषि आय को और अधिक बढ़ाने की भारी संभावना मौजूद है। महिंद्रा, कृषि करने के तौर-तरीके में बदलाव लाने की कोशिश करता रहा है। किसान की आमदनी बढ़ाने पर प्रमुखता से जोर देने के साथ, हमारी सोच किसानों को तकनीक उपलब्‍ध कराने और उनकी उन्‍नति में सहायता करने की है।”     

 श्री सिक्‍का ने आगे बताया”हमें खुशी है कि महिंद्रा समूह की 75वीं वर्षगांठ पर, कृष-ई, उत्‍तर प्रदेश में अपने सेंटर्स खोल रहा है। कृष-ई एक अभिनव, नया व्‍यावसायिक खंड है जो भारत में कृषि के नये डिजिटल दौर की शुरुआत करने हेतु परिकल्पित है। इसका उद्देश्‍य किसानों को किफायती एवं सुगम्‍य एआई, आईओटी एवं डिजिटल समाधानों युक्‍त बेहतर कृषि तकनीकों को अपनाने में मदद करके उनकी जिंदगी में बदलाव लाना है, जिससे कि उनकी कृषि की पैदावार बढ़े और उन्‍हें अधिक मुनाफा हो। कृष-ई के जरिए, महिंद्रा किसानों के साथ अधिक गहराई से जुड़कर घनिष्‍ठ संबंध स्‍थापित कर रहा है।”

महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – एफईएस स्‍ट्रेटजी एवं एफएएएसरमेश रामचंद्रन ने कहा, ”कृष-ई, खेती, यंत्रीकरण एवं डिजिटलीकरण आधारित अपनी सेवाओं के जरिए कृषि के परिणामों में पहले से ही बदलाव ला रहा है। कृष-ई के जरिए, हम 1 लाख से अधिक किसानों को इन समाधानों का कृषि की लागत, फसल के स्‍वास्‍थ्‍य एवं उत्‍पादकता पर पड़ने वाले प्रभाव को दिखा चुके हैं। वर्तमान में, कृष-ई के लगभग 1,000 डेमो प्‍लॉट्स हैं जहां हम किसानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि संयुक्‍त रूप से एग्रोनॉमी इनपुट्स और उन्‍नत यंत्रीकरण समाधानों के जरिए कृषि पर पड़ने वाले प्रभावों को स्‍पष्‍ट रूप से दिखा सकें। कृष-ई के जरिए, हम सर्वश्रेष्‍ठ किसानों वाले राष्‍ट्र के निर्माण की दिशा में कार्य कर रहे हैं।”कृषि में डिजिटल युग की शुरु कृष-ई, इंटरनेट ऑफ थिंग्‍स (आईओटी) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के उपयोग के जरिए कृषि पारिस्थितिकी तंत्र को लाभ पहुंचायेगा और किसानों को किफायती तरीके से एवं सुगमतापूर्वक प्रेसिजन फार्मिंग की शक्ति प्रदान करेगा। इस हेतु, एमएंडएम ने कनाडाई प्रेडिक्टिव एनालिटिक्‍स

कंपनी – रेसॉन, स्विस हाइपरस्‍पेक्‍ट्रल इमेज एनालिटिक्‍स कंपनी – गमाया और भारतीय एआई-समर्थित एग्री आईओटी कंपनी – कार्नोट में महत्‍वपूर्ण रूप से निवेश किया है।

कृष-ई प्रेसिजन फार्मिंग समाधानों में मिट्टी, फसल और मशीन डेटा लेने हेतु खेत पर, ड्रोन्‍स पर, सैटेलाइट्स पर और कृषि उपकरण पर तरह-तरह सेंसर और कैमरों का उपयोग किया जाता है। एआई अल्‍गोरिथ्‍म्‍स, इस डेटा को उपयोगकर्ताओं के लिए आसानी समझ में आने योग्‍य एवं पर्याप्‍त जानकारीप्रद खेत के नक्‍शों के रूप में बदलता है, जिससे कि किसान और कृषि-विज्ञानी, इंटेलिजेंट मशीन्‍स का उपयोग करके वैरिएबल रेट फार्म ऑपरेशंस कर सकें। आलू की खेती करने वाले किसान, अंगूर की खेती करने वाले किसान और गन्‍ने की खेती करने वाले किसान अपनी खेती के खर्च को कम करने और पैदावार बढ़ाने के लिए पहले से ही इस तरह के ऑपरेशंस की सहायता ले रहे हैं।

कृष-ई ने भिन्‍नतापूर्ण एवं किसान-केंद्रित तरीके से परामर्श एवं रेंटल सेवाएं उपलब्‍ध कराने हेतु तीन एप्‍स लॉन्‍च किये हैं। परामर्श सेवाएं, फसल विशेष और खेत विशेष के लिए हैं और इसमें विशेषीकृत एवं डाइनैमिक क्रॉप रियल टाइम डायग्‍नोसिस और कीटों व बीमारियों का समाधान शामिल है रेंटल एप्‍प में एआई-चालित आईओटी किट का प्रयोग किया जाता है जो उपकरण और किये गये कार्य का पता लगाकर बताता है। उपकरण की फ्लीट वाले रेंटल एंट्रेप्रेन्‍योर्स पर लक्षित, इस प्‍लग एंड प्‍ले किट का उपयोग बेहद आसान है, इसे आसानी से समझा जा सकता है और यह अत्‍यंत किफायती भी है। लगभग 2000 रेंटल एंट्रेप्रेन्‍योर्स द्वारा उपयोग किया जा चुका, यह किट किराये के परिचालनों की क्षमता और लाभदेयता बढ़ा देता है।

ये तीनों एप्‍स – कृष-ईकृष-ई निदान और कृष-ई रेंटल गूगल प्‍ले स्‍टोर पर उपलब्‍ध हैं, जहां से इन्‍हें डाउनलोड किया जा सकता है।