हरौनी में मनाई गई महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि

Lucknow

बन्थरा। वीर शिरोमणि अदम्य साहस वीरता एवं अपने दृढ़ निश्चय के प्रतीक चित्तौड़ के महाराजा महाराणा प्रताप सिंह की पुण्यतिथि बड़े ही सौहार्द के साथ हरौनी में मनाई गई। कुंवर राजेंद्र सिंह चौहान राजू ने महाराणा प्रताप के विषय में बताते हुए कहा कि कैसे महाराणा ने अपनी धर्म व अपने साम्राज्य को बचाने के लिए मुगलों से युद्ध किया था अंत में अकबर से हारने के पश्चात कैसे महाराणा प्रताप ने जंगलों और पहाड़ों में रहकर घास फूस व उनकी पत्तियों व बीजों से बना भोजन खाकर सैनिकों व परिवार सहित अपना जीवन निर्वाह किया किंतु अकबर के सामने कभी घुटने नहीं टेके।

जिसकी प्रशंसा अकबर भी करता था। महाराणा प्रताप सिसोदिया राजपूत वंश के राजा थे जिन्होंने अपने साम्राज्य को बचाने के लिए अकबर से कई वर्षों तक युद्ध लड़ा। महाराणा का जन्म राजस्थान के कुंभलगढ़ में महाराणा उदय सिंह व महारानी जसवंत कुंंमर के घर हुआ था। उनका जन्म 9 मई 1540 में व महाराणा की मृत्यु 19 जनवरी 1597 को हुई थी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेश सिंह चौहान, क्षेत्र पंचायत सदस्य अतुल सिंह माखन,विश्व हिन्दू परिषद के चन्द्रभान सिंह, श्रीनिवास सिंह मोनू , भाजपा के पूर्व जिला मंत्री सन्तोष अवस्थी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।