मुस्लिम महिलाओं की चेकिंग बुर्का उठाकर ना हो… वोटिंग से पहले सपा ने चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी

# ## Lucknow

(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 9 सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर सियासत गरमा गई है. सभी सीटों पर अब चुनाव प्रचार भी थम गया है. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सोमवार को समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कई मांग की है. पार्टी ने चुनाव आयोग से कहा कि वो ऐसी व्यवस्था स्थापित करें जिससे मतदान के दिन कोई पुलिसकर्मी किसी भी मतदाता की आईडी की जांच न करे.

चुनाव आयोग को लिखे पत्र में समाजवादी पार्टी ने कहा कि बूथ पर पोलिंग ऑफिसर के अलावा कोई भी मतदाता का पहचान पत्र कोई भी न चके करे. इसके साथ-साथ हैंडबुक फॉर रिटर्निंग ऑफिसर के पैराग्राफ का भी उल्लेख किया है. सपा ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान कई पोलिंग बूथों पर मुस्लिम महिलाओं को डराने-धमकाने का काम किया गया.

बुर्का उठा कर चेक करने से गिरता है वोटिंग परसेंटेज
समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से ये भी कहा है कि 2024 लोक सभा चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों ने मुस्लिम महिलाएं के बुर्का उठा कर चेक करना शुरू किया, जिसके बाद मुस्लिम महिलाएं बिना मताधिकार का इस्तेमाल किए वापस चली गई. इससे वोटिंग परसेंटेज भी कम हुआ. चुनाव आयोग सुनिश्चित करे की ऐसा इस बार ना हो.

सपा का पुलिस प्रशासन पर आरोप
मामले में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने कहा कि प्रशासन और पुलिस अपने हथकंडे अपना रहे है. समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को कहा है कि घरों से वोटर को जरूर निकालें. वोट डालना सबका लोकतांत्रिक हक है. कार्यकर्ता प्रशासन और पुलिस के दबाव में बिल्कुल ना आएं. साथ ही उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को भी इस बाबत एक चिट्ठी लिखी गई है.

बीजेपी का पलटवार
निर्वाचन आयोग को सपा की चिट्ठी को बीजेपी ने पेशबंदी बताया। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि ” सपा को संभावित हार दिख रही, इसलिए कारण गिनना शुरू कर दिया है. निर्वाचन नियमावली का पालन होना चाहिए. हर मतदाता की पहचान सुनिश्चित होनी चाहिए. बुर्के में या पर्दे में मतदान गलत है. सपा पोलिंग पार्टियों पर दबाव बनाना चाह रही है.”