(www.arya-tv.com) लखनऊः हरियाणा में विधानसभा चुनाव में हारने के बाद यूपी में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस का झटका दिया है. यूपी में होने वाले उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी ने 10 विधानसभा सीटों में से 6 पर उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं. इनमें दो वह सीटें भी शामिल हैं. जिन पर कांग्रेस सपा के साथ गठबंधन करके अपने उम्मीदवार उतारना चाहती थी. ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि जिस तरह लोकसभा चुनाव में गठबंधन के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी यूपी के दो लड़कों के तौर पर सामने आए थे. क्या अब उनकी जोड़ी टूट गई.
समाजवादी पार्टी ने 9 अक्टूबर को छह उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी. जिसमें तेज प्रताप यादव का भी नाम शामिल है. सपा ने मझवां, कटेहरी, करहल, फूलपुर, सीसामऊ, मिल्कीपुर विधानसभा सीट शामिल है. बता दें कि करहल से तेज प्रताप यादव, सीसामऊ से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुस्तफा शिद्दीकी, मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मझवां से डॉ. ज्योति बिंद को टिकट दिया. इनमें से सपा ने फूलपुर और मझवां सीट पर प्रत्याशी उतार दिया है. जबकि कांग्रेस ने सपा से मांग की थी कि उसे वो सीटें दी जाएं जिन पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. हालांकि, कांग्रेस की यह मांग न मानकर सपा और अखिलेश ने सहयोगी दल को संदेश देने की कोशिश की है.
गौरतलब है कि, सपा ने जिन 6 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया हैं. उसमें से 2 सीटें ऐसी हैं जिन पर साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद से कांग्रेस ने यह सीटें सपा गठबंधन से मांगी थीं और अपने उम्मीदवार गठबंधन से उतारने की तैयारी थी, लेकिन समाजवादी पार्टी ने लिस्ट जारी कर दी. ऐसे में यह कांग्रेस के लिये बड़ा झटका माना जा रहा है. यूपी में करहल, मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर सीट पर चुनाव होना है. इसमें से 9 सीटों पर साल 2022 में चुने गए विधायक अब सांसद हो गए हैं जबकि सीसामऊ सीट इरफान सोलंकी के अयोग्य घोषित होने के बाद खाली हुई है.