(www.arya-tv.com)राजधानी लखनऊ में बीते शनिवार को मुख्यमंत्री आवास से कुछ दूरी पर स्थित सरकारी आवास में रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक राजेश दत्त बाजपेयी की नाबालिग बेटी ने अपनी मां और भाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सोमवार को पुलिस ने हत्यारोपी नाबालिग को मोहान रोड स्थित जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर 14 दिन की रिमांड पर लड़की को ट्रामा सेंटर में भर्ती करने का निर्देश दिया है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस अधिकारियों ने लड़की की निगरानी के लिए दो महिला सिपाही ट्रामा सेंटर में तैनात किया है।
इस प्रकरण में पुलिस ने हत्या की चार्जशीट तैयार की है। लेकिन, रविवार को रेलवे अधिकारी गौतमपल्ली थाने में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराकर मामले को उलझा दिया है। पुलिस का कहना है कि उसके पास नाबालिग लड़की के खिलाफ एविडेंस हैं।
जुवेनाइल कोर्ट के सामने रखे जाएंगे पूरे एविडेंस
डीसीपी सेंट्रल सोनम वर्मा का कहना है कि मालिनी और सर्वदत्त की गोली मारकर हत्या किए जाने के आरोप में नाबालिग बेटी को गिरफ्तार किया गया है। अब तक की जांच में हमारे पास आरोपी के खिलाफ सारे साक्ष्य मिले हैं। हम पूरे मामले की जांच रिपोर्ट और चार्जशीट को जुवेनाइल कोर्ट में जज के सामने पेश करेंगे। उस पर कोर्ट जो आदेश करेगी, वह किया जाएगा। वहीं हत्या के खुलासा करते हुए पुलिस ने जांच में गिरफ्तार लड़की को अवसादग्रस्त पाया। उसका मानसिक संतुलन सही नहीं मिला। उसके कमरें में भूत-आंसू वाले इमोजी और जैसे कई रहस्यमयी चीजें मिलीं थीं।
कानूनी विशेषज्ञों से मांगी गई है राय
रेलवे अफसर आरडी बाजपेई के द्वारा हत्या में अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराए गए मकदमे को विवेचना में शामिल करने के लिए जुवेनाइल कोर्ट के विधि विशेषज्ञों से राय मांगी गई है। अब तक पुलिस द्वारा जिन तथ्यों और साक्ष्यों से खुलासा किया है, उनमें रेलवे अधिकारी की एफआईआर को कैसे शामिल किया जाए यह जानना जरूरी हो गया है। पुलिस को ऐसा इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि जांच टीम का मानना है कि, जब आरडी बाजपेई को हत्या करने वाले जानकारी है तब भी नामजद एफआईआर क्यों नहीं कराई। इसलिए राय मांगी गई है।