एक घंटे पहले से ही बंद होना शुरू हो गई दुकानें, सड़कों पर दिखी पुलिस की सख्ती

Lucknow

(www.arya-tv.com)लखनऊ के नगर निगम क्षेत्र में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू की घोषणा होते ही शहर में लॉकडाउन लगने की चर्चा होने लगी। लोगों को आशंका होने लगी है कि कोरोना के हालात जल्द न सुधरे तो लॉकडाउन भी लग सकता है। वहीं, पुलिस ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली थी। शहर के बड़े बाजार के दुकानदारों को ताकीद कर दिया गया था कि 9 बजे दुकानें हर हाल में बंद हो जाए। जिसका असर भी दिखा। रात 9 बजे ही लखनऊ में सन्नाटा सा पसर गया। हां… सड़कों पर छोटे-बड़े वाहन जरूर फर्राटा भरते नजर आए।

हजरतगंज: बाजार में दिखी पुलिसवालों की गश्त, 9 बजे ही मार्केट में पसरा सन्नाटा

गुरुवार रात 9 बजे राजधानी लखनऊ का दिल कहे जाने वाले हजरतगंज की मार्केट देखते ही देखते पूरी तरह से बंद हो गई। यहां आम दिनों में लोग 11 बजे तक घूमते और शॉपिंग किया करते हैं। ADCP चिरंजीवी नाथ सिन्हा और हजरतगंज कोतवाल श्याम बाबू शुक्ला महिला फोर्स के साथ पैदल गस्त करते हुए बाजार बंद करवाने माइक से एनाउंसमेंट करते हुए निकले। कोतवाली से पैदल पुलिस टीम जैसे ही हलवासिया चौराहा, मेफेयर चौराहा होते हुए साहू सिनेमा की तरफ आगे बढ़ी, वैसे ही दोनों तरफ की दुकानें बंद होते हुए दिखाई दी। चौराहे से सिर्फ आने जाने वाले वाहन अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए बेताब नजर आ रहे थे।नरही की गली वाली बाजार में बिल्कुल सन्नाटा पसर गया। इक्का-दुक्का दुकानें खुली थीं तो पुलिस ने उन्हें समझाते हुए दुकान जल्दी बन्द करने की बात कही। हजरतगंज चौराहे पर 40 साल पुरानी दुकान न्यू सिंधु स्टॉल के मालिक श्रीचंद तिलोनी का कहना है कि सख्ती तो होनी ही चाहिए तभी कोरोनावायरस से बचा जा सकता है, लेकिन यह सख़्ती हम लोगों के लिए परिवार चलाने में दिक्कत देती है। एक बार फिर से नाइट कर्फ्यू देखने को मिल रहा है। बस ऊपर से वाले से यही दुआ है कि लॉकडाउन न लगे और कोरोना से जो हालात बिगड़े हैं फिर से सुधर जाएं।

चारबाग रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन का हाल

रंग बिरंगी लाइटों से सजे चारबाग रेलवे स्टेशन के बाहर ऑटो-टेंपो और आने जाने वाले यात्री ही दिखाई पड़ रहे थे। फिलहाल वह भीड़ तो नहीं दिखाई पड़ रही थी जो आम दिनों में चारबाग रेलवे स्टेशन पर देखी जा रही थी। चारबाग रेलवे स्टेशन की तरफ मुड़ने वाली सड़क पर ही पुलिसकर्मी खड़े हुए थे, जो आने-जाने वाले लोगों से स्टेशन आने की वजह पूछ रहे थे। चारबाग टेंपो स्टैंड पर बिल्कुल सन्नाटा था, कुछ यात्री जो ट्रेन से आए वह ऑटो बुक कर अपने घर जा रहे थे। इसी तरह से चारबाग बस स्टेशन पर यात्री दिखाई पड़ रहे थे। चारबाग से पान दरीबा जाने वाली मार्केट के बीच पड़ने वाले करीब 60 से ज्यादा होटल रेस्टोरेंट जो देर रात तक खुले रहते थे वह 9 बजे तक बंद हो गए थे। यह वह मार्केट है, जहां रात 3 बजे तक यात्री और लखनऊ के लोग भोजन करने आया करते हैं।

कैसरबाग की मंडी, अमीनाबाद की मेडिसिन मार्केट का हाल

शहर का सबसे पॉश इलाका कहे जाने वाले अमीनाबाद की मार्केट गुरुवार होने के बावजूद समय से पहले बंद हो गई थी। जहां दिन में पैर न रखने की जगह वाली बाजार में रात 9 बजे से पहले ही सन्नाटा सा हो गया था। यहां की मेडिसिन मार्केट भी बंद हो गई, जोकि 11:00 से 12:00 बजे तक बंद होती थी। हीवेट रोड, श्री राम रोड, अमीनाबाद पार्क के बाजार की सड़कें पूरी तरीके से सन्नाटे में तब्दील हो गई थी। कैसरबाग चौराहे पर पुलिस के अलावा आवागमन करने वाली गाड़ियां ही आते जाते दिखाई पड़ रही थी। आनंद सिनेमा हॉल व शुभम सिनेमा हॉल के बाहर नाम मात्र की गाड़ियां भी नहीं खड़ी थीं।