- बड़े ठेकेदारों से सीधे प्रभावित हुए नगर आयुक्त और सीएफओ
- चोर—चोर मौसेरे भाई अधिकारी,पार्षद,नेता सब खा रहे मलाई
(डॉ.अजय शुक्ला)
(www.arya-tv.com) चोर—चोर मौसेरे भाई अधिकारी,पार्षद,नेता सब खा रहे मलाई, जब सईयां भैय कोतवाल तो डर काहे का अर्थात चोरी करो डकैटी डालो चाहे कुछ भी करो। किसी का भय नहीं पर मैं डॉ.अजय शुक्ला अपने प्रधानमंत्री श्री मोदी जी व अपने मुख्यमंत्री श्री योगी जी कसम खाता हॅू कि इस बार नगर निगम के अधिकारियों और पार्षदों द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ताकत से लडूंगा चाहे कुछ भी हो जाए। इसके 4 मामले सबसे अहम हैं जिसमें से कुछ निम्न हैं—
1—नगर आयुक्त द्वारा भुगतान प्रणाली को अपने हाथों में लेकर इस शक्ति का दोहन करना व मुख्य लेखाधिकारी को अपने दबाव में लेकर उनसे जबरन भुगतान करवाना।
2—बड़े ठेकेदारों का भुगतान सीधे मेयर,नगर विकास मंत्री,व अन्य सफेदपोसो के कहने पर करना जिनका इसमें स्वयं का स्वार्थ छिपा है।
3—मुख्य लेखाधिकारी को जबरन अपने इस कुकर्म में शामिल करना जो कि पूर्णत:गलत है।
4—यह सब काम सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने व नेताओं की जी हजूरी के लिए किया जा रहा है।
अगले अंक में पढ़िये कैसे काम मैनेज करते हैं नगर आयुक्त
और जानिए मुख्य लेखाधिकारी भाई मिलिंद लाल की अनोखी कहानी!
