(www.arya-tv.com)चंदेरी-मुंगावली नेशनल हाइवे पर चंदेरी से मात्र 5 किमी दूर सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 2.30 बजे लखनऊ से इंदौर जा रही बस पलटे ट्रक से टकरा गई। इस घटना में उप्र के अमेठी निवासी मां-बेटे की मौत हो गई। मृतक मां-बेटे अपने परिजनों के साथ उज्जैन में रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। दुर्घटना में 5 अन्य लोग घायल हो गए इनमें से दो घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। स्थानीय रहवासियों द्वारा दुर्घटना की प्रमुख वजह बीच सड़क पर तीन दिन से पलटे ट्रक को बताई। जिसमें ट्रक पलटने के बाद गेहूं को तो व्यापारी भर ले गया लेकिन ट्रक ऐसा ही पड़ा रहा, जो दो लोगों की मौत का कारण बन गया। लखनऊ से बीती शाम इंदौर के लिए रवाना हुई स्लीपर बस जिसका नंबर यूपी 78 एफएम 9464 चंदेरी-मुंगावली रोड पर पनखुआ मोड़ पर पलटे पड़े ट्रक से टकरा गई। घटना में मौके पर ही गुड़िया बाई पति रामप्रकाश उम्र 35 साल और उनका बेटा शिवांश उम्र 6 साल की मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद हटाया ट्रक: गंभीर घायलों में बस का ड्राइवर भी शामिल है जिसको जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है। इधर, दुर्घटना के बाद पहुंची टीम ने तीन बाद बाद सड़क पर पड़े ट्रक को जेसीबी से साइड में कराया। दुर्घटना के चलते जाम लग गया था। इस दौरान वाहन चालकों को परेशान होना पड़ा।
समाजसेवी संस्था मुक्ति के सदस्यों ने एंबुलेंस से शवों को भिजवाया: जिले के जिम्मेदार चैन की नींद सो रहे हैं वहीं समाजसेवी संस्थाओं के सदस्यों ने दुर्घटना की जानकारी लगते ही रात 2.30 बजे सहायता के लिए पहुंच गए। मृतक के परिजनों की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने पर मुक्ति संस्था के सदस्य देवेंद्र मिश्रा, संजय श्रोतिए ने ललितपुर संस्था को जानकारी दी। वहां से एम्बुलेंस को तत्काल रवाना किया गया।
इस लापरवाही के लिए ये जिम्मेदार
1. प्रशासन : चंदेरी से मुंगावली के बीच हाइवे पर शनिवार से ट्रक आधी सड़क पर पलटा पड़ा था। इस बीच प्रशासनिक अधिकारियों का कई बार इस रोड से आना जाना भी हुआ होगा। लेकिन 3 दिन में किसी ने ट्रक को हटवाने में कोई पहल नहीं की।
2. पुलिस : जिस स्थान पर दुर्घटना हुई वह चंदेरी और विक्रमपुर चौकी के बीच स्थान है। चंदेरी पुलिस गश्त भी करती होगी। वहीं ऐसा नहीं है कि यहां से कोई पुलिस अधिकारी का निकलना न हुआ हो। फिर भी अधिकारियों से लेकर पुलिसकर्मी भविष्य में होने वाली दुर्घटना से बेखबर रहे।
3. ट्रक संचालक : चंदेरी से गेहूं लेकर भोपाल जा रहे ट्रक के पलटने की सूचना पर जिस व्यापारी का गेहूं था वह दूसरे वाहन में अपना गेहूं भरवाकर ले गया। इसके बाद ट्रक खाली हो गया। चंदेरी में जेसीबी से लेकर बड़ी क्रेन तक उपलब्ध हैं। फिर भी व्यापारी ने बीच सड़क से ट्रक नहीं हटवाया।
4. नेशनल हाईवे अथोरिटी : जहां स्थान पर दुर्घटना हुई वहां अंधा मोड़ है। जहां नेशनल हाईवे होने के बाद भी नेशनल हाइवे के जिम्मेदारों ने सांकेतिक बोर्ड तक नहीं लगवाया है। एक यह भी वजह दुर्घटना की रही।