गलत कनेक्शन देने वाला एक्सईएन बर्खास्त:2.50 करोड़ रुपए लेकर विभाग को पहुंचाया करोड़ों का नुकसान

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(www.arya-tv.com) पावर कॉर्पोरेशन में भ्रष्टाचार के मामले में दो दिन में दूसरी बड़ी कार्रवाई की गई। चेयरमैन एम देवराज ने विभाग के एक्सईएन तरुण कुमार पाठक को बर्खास्त कर दिया है। आरोप है कि नोएडा में एक्सईएन रहते हुए उन्होंने बिल्डर को गलत तरीके से कनेक्शन दिया। इसके लिए बिल्डर ने एक्सईएन को 2. 5 करोड़ रुपए की राशि दी थी। इसकी वजह से विभाग को करोड़ो रुपए का नुकसान हुआ है।

यहां तक की बिल्डर से नोटिस जारी होने के बाद भी 53 लाख रुपए जमा नहीं कराए गए। विभाग ने तरुण कुमार पाठक पर 8 फीसदी ब्याज से इस मामले में 4 करोड़ 66 लाख रुपए की वसूली करने की बात कही है। इससे एक दिन पहले ही ग्रेटर नोएडा में अपने पद पर रहते हुए गलत कनेक्शन देने वाले एक्सईएन राकेश कुमार को डायरेक्टर तकनीकी के पद से हटाया गया था।

10 में 9 आरोप सही साबित हुए है

विभागीय जांच में तरुण कुमार पाठक पर दस अलग – अलग आरोप लगे थे। इसमें कनेक्शन देने के साथ ही पैसा न जमा कराना। जांच न करना समेत कई मामले शामिल थे। एम देवराज ने अपनी जांच में लिखा है कि 10 में नौ आरोप सही साबित हुए है। सभी आरोप काफी गंभीर थे। ऐसे में उनको बर्खास्त करने के साथ बाकी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

3 महीने के कनेक्शन पर 8 साल चली बिजली

बिल्डिंग में अस्थाई कनेक्शन सबसे पहले 3 महीने के लिए लिया गया था। निर्माण न होने पर नियमानुसार तीन महीने बाद कनेक्शन को आगे बढ़वाना होता है लेकिन ऐसा नहीं किया गया। 3 महीने का कनेक्शन 8 साल तक चलता है। जांच में यह बात सामने आई है कि नवंबर 2011 में 10000 केवीए का कनेक्शन लिया गया था, जो साल 2019 तक चलता रहा। इस दौरान बिल्डर को बाकी अधिकारियों की तरफ से नोटिस दिए गए लेकिन उसकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। इस पूरे मामले में विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।

2 की अनुमति में चार जगह काम कराया

बिल्डर ने 33 केवी लाइन में दो जगह अंडर ग्राउंड काम कराने की अनुमति ली थी लेकिन कैंपस के अंदर चार जगह लाइन को अंडर ग्राउंड किया गया है। इन सब मामलों में एक्सईएन ने अनदेखी की थी। यहां तक की जांच में गुमराह करने का आरोप भी है ।