(www.arya-tv.com) महिला अपराधों की रोकथाम में प्रदेश सरकार ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अभियोजन विभाग के आंकड़े के मुताबिक पिछले साल अगस्त से दिसंबर के बीच महज 5 महीनों में महिलाओं की हत्या और रेप जैसे मामलों में 19 आरोपियों को फांसी की सजा दिलाई गई है। इसमे बहराइच, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर बुलन्दशहर, सोनभद्र, हाथरस व फिरोजाबाद में सबसे अधिक मृत्यु दण्ड की सजा हुई है। इसके साथ ही महिला अपराध में 141 अपराधियों को आजीवन कारावास भी हुआ है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बुधवार को अभियोजन निदेशालय का निरीक्षण कर अबतक हुई कार्यवाही की समीक्षा की। उन्होंने बताया अभियोजन विभाग मुख्यालय में 12 अप्रैल को वीडियो कान्फ्रेन्सिंग का आयोजन किया गया है, जिसमे सभी जनपदों में अभियोजन कार्य से जुड़े अधिकारियो के क्रियाकलापों की गहन समीक्षा की जायेगी। निरीक्षण में उनके साथ सचिव, गृह तरूण गाबा व विशेष सचिव गृह बीडी पाल्सन भी थे।
बहराइच, प्रतापगढ़ में सबसे ज्यादा हुई फांसी की सजा
ADG अभियोजन आशुतोष पाण्डेय ने बताया कि विगत 21 अगस्त 2021 से 31 दिसंबर 2021 तक मिशन शक्ति तीसरे चरण के अन्तर्गत महिलाओं के विरूद्व अपराधो में बहराइच व प्रतापगढ़ जनपद में 5-5, शाहजहांपुर में 3, बुलन्दशहर व सोनभद्र में 2-2 और हाथरस व फिरोजाबाद में 1-1 अभियुक्त को मृत्यु दण्ड की सजा दिलायी गयी है। आजीवन कारावास दिलाने वाले जिलों में बरेली, सीतापुर, अलीगढ़, प्रतापगढ़, बहराइच, मैनपुरी, इटावा, देवरिया, आगरा, चित्रकूट, गाजीपुर, शामली व ललितपुर सबसे आगे हैं। इनमें बरेली, सीतापुर व अलीगढ़ में 63, 43 व 35 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा दिलाने में अभियोजन विभाग को सफलता मिली है।
10 साल से ज्यादा की सजा दिलाने में बरेली, सीतापुर, अलीगढ़ आगे
ADG ने बताया कि बरेली, सीतापुर, अलीगढ़, बदांयू, अमरोहा, मथुरा, जालौन, अयोध्या, वाराणसी, कानपुरनगर, कानपुरदेहात, मुज्जफ्फरनगर, जौनपुर, लखनऊ व बलिया वो जिले हैं जहाँ महिला अपराध में 10 साल या उससे ज्यादा की सबसे ज्यादा सजाएं दिलाई गई। बरेली 35, सीतापुर 28 व अलीगढ़ में 25 मामले हैं। 10 वर्ष से कम की 50 से अधिक अभियुक्तों को सजा दिलाने वाले जनपदों के कानपुर देहात, बरेली, अलीगढ़, इटावा, सीतापुर, प्रतापगढ़ व महोबा के नाम शामिल है। इनमें कानुपर देहात, बरेली व अलीगढ़ की है जहां क्रमशः 110, 103 व 89 अभियुक्तों को सजा दिलायी जा सकी है।