इनवाॅइसमार्ट के प्लेटफाॅर्म पर एलडीसी इंडिया सफलतापूर्वक शामिल

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(www.arya-tv.com) एक्सिस बैंक-समर्थित ट्रेड्स (ट्रेड रिसीवेबल डिस्काउंटिंग सिस्टम) प्लेटफाॅर्म और भारत के अग्रणी डिजिटल इनवाॅयस डिस्काउंटिंग बाजारस्थलों में से एक, इनवाॅइसमार्ट ने कृषिगत वस्तुओं के वैश्विक मर्चेंट एवं प्रोसेसर, लुइस ड्रेफस कंपनी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एलडीसी इंडिया) को सफलतापूर्वक अपने प्लेटफाॅर्म पर शामिल कर लिया है।

इनवाॅइसमार्ट के प्लेटफाॅर्म पर एलडीसी इंडिया के शामिल हो जाने से, एलडीसी इंडिया के एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) आपूर्तिकर्ता ट्रेड्स प्लेटफाॅर्म पर उनके इनवाॅयस अपलोड और स्वीकृत हो जाने के 48 घंटों के भीतर अपने इनवाॅयस का भुगतान प्राप्त कर सकेंगे। एलडीसी इंडिया, एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए इनवाॅइसमार्ट के साथ सहयोग करने वाला पहला वैश्विक कमोडिटी मर्चेंट है।

यह साझेदारी 500 करोड़ रु. से अधिक टर्नओवर वाली सभी कंपनियों के लिए सरकारी शासनादेश के अनुरूप है, जिन्हें ट्रेड्स प्लेटफाॅर्म पर शामिल किया जा सकता है। ट्रेड्स प्लेटफाॅर्म के जरिए प्रतिस्पद्र्धी बिडिंग प्रक्रिया के माध्यम से बड़े खरीदारों पर एमएसएमई विक्रेताओं के इनवाॅइसेसज की डिस्काउंटिंग हो सकती है। प्लेटफाॅर्म पर प्राइस डिस्कवरी की इस प्रक्रिया से प्रतिस्पद्र्धी बाजार दरों पर एमएसएमई को व्यापार से प्राप्त होने वाली राशि का शीघ्र भुगतान प्राप्त हो जाती है।

वर्ष 1997 में अपनी स्थापना के बाद से, एलडीसी इंडिया ने देश के कृषि व्यापार में सक्रिय भूमिका निभाई है। भारत में इसकी गतिविधियों में वृद्धि हुई है और इसमें तीन व्यवसाय – अनाज व तेलहन, काॅफी और कपास शामिल हो गये हैं। गतिविधियों के सुचारू रूप से संचालन के लिए, एलडीसी इंडिया का 11 राज्यों के 15 स्थानों पर साझा सर्विस सेंटर, वाणिज्यिक कार्यालय एवं प्रोसेसिंग व लाॅजिस्टिकल सुविधाएं हैं।

इनवाॅइसमार्ट और एलडीसी के बीच साझेदारी पर हस्ताक्षर हेतु आज आयोजित समारोह में, एलडीसी इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री विपिन गुप्ता ने कहा, ‘‘एलडीसी इंडिया को ट्रेड्स प्लेटफाॅर्म, इनवाॅइसमार्ट से जुड़ने वाला पहला पहला वैश्विक कमोडिटीज मर्चेंट होने की खुशी है। बाजार में महत्वपूर्ण रूप से हमारी मौजूदगी होने के चलते, देश के एमएसएमई वेंडर्स के विकास में योगदान देना हमारे लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वो न केवल किफायती उत्पाद उपलब्ध कराते हैं बल्कि रोजगार अवसरों का सृजन भी करते हैं। यह साझेदारी एमएसएमई क्षेत्र को तरलता प्रदान करने और कृषि-क्षेत्र में वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहन देने हेतु सरकारी पहल के पूर्णतः अनुरूप है।’’