वकीलों ने एसएसपी ऑफिस में किया तोड़फोड़, विधायक की गिरफ्तारी की मांग

Meerut Zone UP

मेरठ(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के मेरठ में अधिवक्ता ओमकार सिंह तोमर की मौत के मामले में सोमवार को वकीलों ने हंगामा कर दिया। कचहरी में आम सभा में अधिवक्ताओं ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ता आमसभा के बाद एसएसपी ऑफिस पहुंचे और जमकर हंगामा किया। इसके बाद वकीलों ने एसएसपी ऑफिस में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान एसपी सिटी से अधिवक्ताओं की तीखी नोंकझोंक भी हुई। वहीं जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वीके शर्मा ने एसएसपी से फोन पर बातचीत की। अधिवक्ताओं ने बताया कि पुलिस ने 24 घंटे में विधायक की गिरफ्तारी करने का आश्वासन दिया है।

एसएसपी ऑफिस के बाद अधिवक्ताओं ने कमिश्नरी पर जाम लगाकर हंगामा किया। अधिवक्ताओं ने कहा है कि जब तक भाजपा विधायक दिनेश खटीक की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक वे हड़ताल पर ही रहेंगे। एसएसपी और कमिश्नरी चौराहे पर हंगामा करने के बाद अधिवक्ता कचहरी में चले गए। हालांकि इससे पहले अधिवक्ताओं ने एक सुर में कहा था कि भाजपा विधायक दिनेश खटीक की गिरफ्तारी के बाद ही अपने काम पर लौटेंगे।

बता दें कि सैंकड़ो की संख्या में वकील आज सुबह कमिश्नरी के बाहर जुटे थे। वकीलों ने कमिश्नरी चौराहे पर जाम लगा दिया है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कमिश्नरी और आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गई हैं। भाजपा विधायक की गिरफ्तारी न होने को लेकर अधिवक्ताओं में भारी आक्रोश है।

उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या करने वाले अधिवक्ता ओमकार सिंह तोमर के मामले में नामजद हस्तिनापुर के भाजपा विधायक दिनेश खटीक के खिलाफ पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अधिवक्ता के घर पर दो दिन पूर्व धमकी देने कौन गया था? इसका खुलासा सीसीटीवी कैमरे से होगा। पुलिस का दावा है कि सबूत तलाशे जा रहे हैं। जांच के बाद कार्रवाई होगी।

अमूमन ऐसे मामलों में पुलिस नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर सबूत तलाशती है। इस मामले में पुलिस सत्ता के दबाव में दिख रही है। गंगा नगर पुलिस ने घटना के 24 घंटे बाद भी किसी भी नामजद आरोपी के घर दबिश तक नहीं दी है। सवाल है कि बिना गिरफ्तारी के पुलिस सबूत कैसे ढूंढ पाएगी। पहले भाजपा विधायक को नामजद करने से बच रही पुलिस अब उन्हें गिरफ्तार करने से भी बच रही है।