- कैसे कर रहे हैं भविष्य की तैयारी
(www.arya-tv.com)फिलहाल हम एक ऐसे मुश्किल समय में रह रहे हैं जब कोविड- 19 महामारी ने दुनियाभर में आर्थिक मोर्चे पर झटका दिया है। वित्तीय सेवाओं के अन्य सभी पहलुओं की तरह फिनटेक और बैंकिंग समाधान भी बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। फिनटेक पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह उनकी सेवा की प्रकृति और कोविड- 19 के उतार-चढ़ाव के प्रभाव सेे निर्धारित होगा। उदाहरण के लिए कोविड- 19 ने ऋणदाता फिनटेक पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है क्योंकि एक तरफ कारोबारी दुनिया के तनावपूर्ण हालात ने उनके पोर्टफोलियो को खतरे में डाल दिया है और दूसरी तरफ वे लिक्विडिटी की कमी का सामना भी कर रहे हैं। इसी तरह पेमेंट फिनटेक भी एक किस्म के घालमेल का सामना कर रह हैं क्योंकि वैश्विक स्तर पर कारोबारी गतिविधियों में कमी के कारण वॉल्यूम में भारी गिरावट आई है। इनमें से कुछ ने करेंसी के उपयोग से विचलन का अनुमान लगाया है। आम तौर पर ऐसी फिनटेक कंपनियां जो पारंपरिक ऑपरेटिंग मॉडल से बेहतर काम करते हुए डिजिटलीकरण के माध्यम से अपने राजस्व माॅडल को संचालित कर रही हैं, ऐसी कंपनियों को लोग ज्यादा पसंद करेंगे और इन कंपनियों को निश्चित तौर पर अधिक फायदा हासिल होगा।
हरीश प्रसाद हैड ऑफ बैंकिंग इंडिया एफआईएस के अनुसार, क्लाउड, एआई, आईओटी और 5 जी जैसी टैक्नोलाॅजी से बहुत उम्मीदें हैं और वर्तमान दौर में जबकि एआई पहले से ही व्यापक रूप से उपयोग में आ रहा है, इसी तरह आने वाले वर्षों में आईओटी और 5 जी के आवेदन भी तेजी पकड़ेंगे, क्योंकि ये प्रौद्योगिकियां विकसित होने के दौर में हैं और निश्चित तौर पर इनकी तरफ लोगों का रुझान बढ़ेगा। एआई के कारण वित्तीय सेवाओं में व्यापक बदलाव नजर आ सकता है। इसके विपरीत ब्लॉकचेन टैक्नोलाॅजी का शुरुआती सफर कुछ बहुत अच्छा नहीं रहा है, क्योंकि वित्तीय संस्थानों को यह समझने में मुश्किल आ रही थी कि इसका इस्तेमाल कहां किया जाए।
बैंकिंग में नई तकनीक के आगमन के बाद पूरे वित्तीय क्षेत्र में बदलाव आ रहा है और पारंपरिक बैंकिंग संस्थान आने वाले वर्षों में और तेजी से बदलने के लिए तैयार हैं। सुरक्षा संबंधी अग्रिम सुविधाएँ जैसे कि क्रिप्टोग्राफी और बायोमेट्रिक्स बैंकिंग धोखाधड़ी से संबंधित मामलों और ठगों से बचाने में मदद करेंगे, जबकि रिमोट एप्लीकेशंस के माध्यम से शाखा में आए बिना बैंकिंग करना पहले से कहीं अधिक आसान हो जाएगा – अर्थात तकनीक ग्राहकों को बैंकिंग के नए अनुभव प्रदान करेगी।
आज के दौर में हम ब्लाॅकचैन एप्लीकेशन आधारित कई क्षेत्रों में निवेश और गतिविधियों को देख रहे हैं, जैसे कि क्रिप्टो-करेंसी, व्यापार और सप्लाई चेन, स्मार्ट काॅन्ट्रेक्ट, ग्लोबल रियल टाइम पेमेंट्स, रेज-टेक इत्यादि। इन क्षेत्रों में ब्लाॅकचेन आधारित नवाचारों का तेजी से इस्तेमाल हो रहा है। यह ऐसी तकनीकें हैं, जिनके सहारे ग्राहकों के जुड़ाव और अनुभवों में उल्लेखनीय परिवर्तन आ सकता है और इनमें आने वाले दौर में होने वाले व्यापक बदलावों की अगुवाई करने की क्षमता भी है।
तकनीकी विकास की सीमा और प्रभाव बहुत व्यापक हैं और इनसे वित्तीय सेवाओं के अधिकांश पहलुओं पर प्रभाव नजर आता है। स्पष्ट रूप से कहें, तो बैंकिंग समाधान के क्षेत्र में एनालिटिक्स और एआई (ए), बिजनेस मॉडल इनोवेशन्स (बी), क्लाउड टेक्नोलॉजी प्रोफिशिएंसी (सी), और डिजिटल एंगेजमेंट (डी) के उपयोग के माध्यम से अविश्वसनीय परिवर्तन नजर आने लगा है। इसका अर्थ यह हुआ कि बैंकिंग में नवाचारों को आदर्श रूप से इन सभी एबीसीडी कारकों से जोड़ा जा सकता है।
प्रत्येक वित्तीय समाधान प्रदाता को अपनी ओर से पेश किए जाने वाले ऑफर्स की विश्लेषणात्मक रूप से समीक्षा करने और उन्हें इन घटनाओं के साथ संरेखित करने की आवश्यकता होती है, ताकि वे इन घटनाक्रमों का फायदा उठाते हुए मुनाफा हासिल कर सकें । फिनटेक और बैंकिंग सॉल्यूशंस जो एक लेवल-प्लेइंग टेक्नोलॉजी क्षेत्र में अग्रणी होने का उपयोग करना चाहते हैं, उन्हें नवाचार के माध्यम से अपने लाभ और अग्रणी होने का फायदा उठाना चाहिए। इससे पूरे उद्योग और समस्त उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा।