बस पर यात्रा करने से पहले जान ले यह महत्वपूर्ण जानकारी

UP Varanasi Zone

वाराणसी।(www.arya-tv.com) यातायात का पालन करने वाले और बस पर यात्रा करने वालों के लिए यह महत्वपूर्ण जानकारी है, बनारस से काठमांडू जाने वाली मैत्री बस सेवा निरस्त हो गई है। अनुबंधित कंपनी ने वाराणसी से काठमांडू के बीच बस चलाने से मना कर दिया है। क्षेत्रीय प्रबंधक ने मुख्यालय को पत्र लिखकर दिशा-निर्देश मांगा है कि आगे क्या किया जाए, क्योंकि 31 जनवरी-2019 से अनुबंध खत्म होने के बाद मैत्री बस सेवा का संचालन नहीं हो रहा है।

मुख्यालय से कोई दिशा-निर्देश नहीं मिलने तक बनारस-काठमांडू बस सेवा निरस्त है। परिवहन विभाग ने भी बिना परमिट लिए दूसरी बस चलाने से साफ मना कर दिया है। साथ ही अनुबंधित कंपनी से अनापत्ति प्रमाणपत्र मांगा है कि इस रूट पर उस बस का संचालन नहीं करेगा। इस बस से वाराणसी से काठमांडू के लिए काफी संख्‍या में लोग सफर करते थे। यात्रियों में इस मैत्री बस की मांग भी बहुत ज्‍यादा है।

बस नंबर से परमिट जारी होती है। बनारस से काठमांडू चलने वाली अनुबंधित बस को परमिट दिया गया था। बस बदलने पर दूसरी परमिट लेनी होगी। बिना परमिट के बस का संचालन नहीं हो सकता है। 31 जनवरी-2019 को अनुबंध खत्म होने के बाद बनारस से काठमांडू के लिए मैत्री बस सेवा नहीं चल रही है। दूसरी बस बिना मुख्यालय के अनुमति के नहीं लगाई जा सकती है और न ही अनुबंध किया जा सकता है। ऐसे में बनारस से काठमांडू मैत्री बस सेवा निरस्त है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-नेपाल के रिश्ते और मधुर करने के लिए मैत्री बस सेवा शुरू करने की घोषणा की थी। चार मार्च 2015 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रोडवेज बस स्टैंड से बनारस-काठमांडू मैत्री बस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था जिससे पशुपतिनाथ दर्शन करने के साथ गर्मी की छुट्टियों में नेपाल के पोखरा, मनोकामना देवी और काठमांडू जाने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। पर्यटन की दृष्टि से यह बस सेवा काफी फायदे मंद थी।