इंसानों को राहत देगी जानवरों का बांझपन दूर जानिए कैसे

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बरेली (www.arya-tv.com) अपने देश में निर्मित एक नई वैक्सीन पशुओं में ब्रूसीलोसिस रोग के संक्रमण एवं इसके प्रसार को अब काफी हद तक कम कर देगी। पांच साल शोध के बाद भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) ने यह वैक्सीन बनाई है। इसका नाम ब्रुसेल्ला एबोटस-19 डेल्टापर वैक्सीन है। इस वैक्सीन को इसकी सुरक्षा जांच के बाद बड़े स्तर पर उत्पादन के लिए जारी भी कर दिया गया है। जल्द ही यह नया टीका बाजार में आने की उम्मीद है। जिसके बाद इंसानों को भी काफी हद तक राहत मिलने की संभावना है। 

ब्रूसीलोसिस रोग ब्रुसेल्ला नामक जीवाणु से फैलने वाली बीमारी है, जो जानवरों और इंसानों दोनों को प्रभावित करती है। इंसानों में यह रोग संक्रमित जानवरों के उत्पाद, जैसे कच्चा दूध या उससे बने उत्पादों के प्रयोग से फैलता है। रोगी मनुष्यों में बुखार, भूख न लगना, सुस्ती, जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण पाए जाते हैं। वहीं, पशुओं, जैसे गाय, भैंस, बकरी, भेड़ व सुअर आदि में गर्भपात हो जाता है। इस समस्या को रोकने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद व भारत सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने मिलकर ब्रुसीलोसिस नेटवर्क प्रोग्राम के तहत आइवीआरआइ को शोध के लिए यह प्रोजेक्ट दिया था।

ब्रूसीलोसिस बीमारी की वजह से भारतीय डेयरी उद्योग को पशुओं के बांझपन, गर्भपात और कम उत्पादन की वजह से सालाना 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होता है।एक उन्नत टीका बनाने और इसके प्रयोग से ब्रुसीलोसिस के संक्रमण को कम करने के लिए इस प्रोजेक्ट पर डा. पल्लव चौधरी के नेतृत्व में टीम काम कर रही थी। अब नई वैक्सीन विकसित की गई, जिसे हाल ही में रिलीज किया गया है।