कानपुर (www.arya-tv.com) राज्य सरकार आउटसोॄसग सेवा प्रदाता कंपनियों पर नकेल कसने जा रही है। अभी तक प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों और उनके जुड़े अस्पतालों में आउटसोर्सिंग के जरिए कर्मचारियों को रखती थी। अब पदनाम के हिसाब से कर्मचारी नहीं रखे जाएंगे, उन्हेंं सेवा के नाम से आउटसोर्स किया जाएगा। इसके लिए सेवा शर्तें तैयार करने के लिए लखनऊ में आज जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज समेत सभी प्राचार्यों की बैठक बुलाई गई है।
जेम पोर्टल के जरिए दिए जाएंगे ऑर्डर
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर, इमरजेंसी, न्यूरो साइंस सेंटर और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के रिक्त पदों के एवज में आउटसोर्सिंग कंपनियों के जरिए कर्मचारी लेकर काम चलाया जा रहा है। इस हिसाब से हैलट में तृतीय और चतुर्थश्रेणी के आठ सौ से अधिक आउटसोर्सिंग कर्मचारी कार्यरत हैं। अब सरकार के स्तर से इसमें बदलाव किया जा रहा है। अब कर्मचारियों के पदनाम से नहीं, बल्कि सेवा के नाम से कंपनी हायर की जाएगी। इसके लिए जेम पोर्टल के जरिए आर्डर दिए जाएंगे।