सरकार हुई सख्त:UP के सभी DM-SP को निर्देश, किसानों का धरना कराए समाप्त

UP

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश सरकार ने जिलों में चल रहे किसान आंदोलन के धरने को समाप्त कराने के लिए जिलाधिकारी और एसपी-एसएसपी को निर्देश जारी किए हैं। गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हुए बवाल के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यह फैसला किया है। सरकार ने धरना स्थल पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों को भेजकर किसानों को उनके घर तक पहुंचाने का निर्देश दिया है। गाजीपुर बॉर्डर पर सुबह पुलिस ने अनाउंसमेंट करते हुए किसानों को देर शाम तक खाली करने के निर्देश दिए गए थे।

दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर जल्दी ही होगा धरना मुक्त

गाजियाबाद दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना भी जल्द समाप्त होने की संभावना है। सूत्रों का कहना है इस संबंध में जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। किसान नेताओं को भी इस संबंध में संकेत दे दिए गए हैं कि वह जल्द से जल्द धरना समाप्त कर बॉर्डर को खाली करें। सूत्रों की माने तो पुलिस फोर्स भी बॉर्डर पर बढ़ाई गई है। ताकि, किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन से बचा जा सके। जिलाधिकारी गाजियाबाद ने इस संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की है और आगामी रणनीति तय की है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही जिला प्रशासन यहां कार्रवाई करने की तैयारी में है।

बागपत में रात में ही खत्म किया गया धरना

सीएम के फैसले पर मुहर तब लगी जब बागपत में पिछले 40 दिनों से चल रहे किसानों के धरना-प्रदर्शन को समाप्त कर दिया गया। दरअसल, बागपत जिले में नेशनल हाईवे 709B पर 19 दिसंबर से चल रहे धरने को पुलिस ने बुधवार देर रात बल प्रयोग करके समाप्त कर दिया। स्थल पर लगे टेंट को भी पुलिसकर्मियों ने उखाड़ कर फेक दिया। विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठियां भी भांजी। गुरुवार को किसान संगठनों द्वारा बड़ी पंचायत की आशंका जताई जा रही है। जिसको देखते हुए कई स्थानों पर फोर्स भी लगाया गया है।

मथुरा में भी 8 दिन पुराना धरना ख़त्म हुआ

दिल्ली में किसान आंदोलन में हुए बवाल को देख मथुरा में जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए 20 जनवरी से नौहझील क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे के समीप चल रहे किसान आंदोलन को समाप्त कराया। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल व एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने किसान नेताओं से बातचीत की। अधिकारियों ने किसानों को स्थानीय समस्याओं के निस्तारण का भरोसा दिया तो वही किसान नेताओं ने हालात और प्रशासनिक मंसूबों को देख धरना समाप्ति की घोषणा कर दी।