दिल के मरीजों का दर्द नही समझा रहा केजीमयू, लारी कार्डियोलाजी से लौटाए जाए रहे मरीज, एक बुजुर्ग को डाटकर निकाला बाहर

# ## Lucknow

लखनऊ (www.arya-tv.com) केजीएमयू का लॉरी अस्पताल, जहां दिल की खामोश होती धड़कनों को भी डाक्टर जगाने का काम करते हैं….. मगर इसी अस्पताल में दिल की धड़कनों को रोक देने वाली लाचारी देखी जा रही है यहां कई मरीज ऐसे मिले जिनका ऑपरेशन होना था। डॉक्टरों ने भर्ती के लिए लिख भी दिया, लेकिन बेड नहीं मिलने की बात कहकर स्टाफ के लोगों ने नेपालगंज से आए एक बुजुर्ग मरीज को स्टाफ ने डाट कर बाहर कर दिया।

संतकबीर नगर से आई राजदेई हाथ में पर्चा लिए एक कुर्सी पर हताश बैठी थीं। बेटा झोला लिए इस सोच में पड़ा था कि रात को मां को कहां सुलाएंगे…फर्श पर ही शायद सोना पड़ेगा। बेटे अरुण कुमार ने बताया कि हार्ट का ऑपरेशन होना है। एडमिट वाला पर्चा भी दिखाया। बताया कि अंदर गए तो स्टाफ ने कह दिया बेड नहीं है, कल आना। लॉरी इमरजेंसी के सामने फर्श पर कराहते और तड़पते एक बुजुर्ग मोहम्मद यार बहराइच बॉर्डर नेपालगंज से आए हैं। सीने में दर्द और सांस में तकलीफ है।

ट्रामा गए तो वहां से लॉरी भेज दिया। गार्डों ने अंदर जाने पर भगा दिया। इसके बाद देवरिया से आई ममता देवी वह हांफ रही थी। उन्होंने बताया कि वॉल्व का ऑपरेशन होना है। डाक्टर ने बुलाया था। अब बोले कोरोना जांच कराओ।

सुबह सैंपल दे दिया। कह रहे रिपोर्ट अगले दिन आएगी। स्टाफ वाले कह रहे होल्डिंग एरिया में भी नहीं रखेंगे, कहां जाएं हम…. मरीजों के दर्द की अनगिनत तस्वीरें यहां देखने को मिल रही थीं। लॉरी इमरजेंसी में अंबेडकर नगर के टांडा से आए नशीम अहमद ने बताया कि सुबह 10.30 बजे आए। एक इंजेक्शन लगाकर बाहर कर दिया। तब से यहीं पड़े हैं। इतनी लापरवाही के बावजूद केजीएमयू प्रशासन ने किसी तरह की कार्रवाई की बात नहीं कही है।