फर्जी दस्तावेज लगाकर कब्जा की जमीन: KDA ने 13 लोगों पर दर्ज कराई FIR

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(www.arya-tv.com)  कानपुर में KDA के फर्जी दस्तावेज लगाकर जमीन कब्जा करने का मामला सामने आया है। 25 आरोपियों की पहचान होने के बाद सभी लोगों के खिलाफ KDA ने FIR दर्ज कराई है। KDA वीसी अरविंद सिंह के निर्देश पर पिछले कई दिनों से प्लाट में हुए फर्जीवाड़े की जांच चल रही थी। ओएसडी अवनीश सिंह ने जांच पूरी कर उपाध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपी। इसमें 13 मामले चौंकाने वाले निकले हैं। कई मामलों में प्राधिकरण के कर्मचारियों की भी संलिप्तता भी पाई गई है।

आशा चौरसिया को रतनपुर में 47.64 वर्गमीटर का ईडब्ल्यूएस भूखंड आवंटित किया गया था। पनकी निवासी कुलदीप कमल और मक्कू गवाह हैं। वर्तमान में यह भूखंड कुलदीप कमल को बेचा जा चुका है। उन्होंने चेक के माध्यम से करीब 6.70 लाख रुपया आशा चौरसिया को भुगतान किया है। चेक का बैंक में भुगतान ही नहीं कराया गया। तीनों पर रिपोर्ट हुई है। कुल 13 मामले में पकड़ में आए हैं। सभी मामले वर्ष 1991 से 2000 के बीच के हैं।

न जवाब दाखिल और न ही आपत्ति
ऑडिट के दौरान जब फर्जी मामले सामने आए तो केडीए की ओर से आरोपितों को कई बार नोटिस भेजकर मूल प्रमाणपत्र और शपथपत्र दाखिल करने को कहा गया। इसके बावजूद न तो किसी ने जवाब दाखिल किया और न ही किसी प्रकार की आपत्ति की। इसी को आधार मानते हुए वरिष्ठ अफसरों की तहरीर पर स्वरूपनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई।

13 एफआईआर में 25 लोग शामिल
एसीपी स्वरूपनगर बृजनारायण सिंह ने बताया कि केडीए की तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न मामलों में रिपोर्ट दर्ज की गई है। विधिक कार्रवाई की जा रही है। केडीए के ओएसडी सत शुक्ला और अवनीश सिंह की तरफ से 6-6 और विधि अधिकारी शशिभूषण राय की तरफ से 1 एफआईआर स्वरूप नगर थाने में दर्ज कराई गई है। कुल 13 एफआईआर कराई गईं, जिसमें 25 लोग शामिल हैं।

इनके खिलाफ की गई कार्रवाई
इंदिरानगर निवासी रामसेवक, पनकी निवासी दिनेश कुमार, सुरेश कुमार, योगेश कुमार और गोपेश मिश्रा। वीरेंद्र श्रीवास्तव, सुजातगंज निवासी ननकू, दिनेश सिंह पर कार्रवाई की गई है। किदवई नगर निवासी विश्वनाथ, आनंद कुमार, ज्ञानेंद्र त्रिवेदी के अलावा पुराना कानपुर निवासी अमित, अजय निगम, मुखर्जी विहार निवासी सुनील कुमार, मुखर्जी विहार के महेश शर्मा, कृष्णापुरम निवासी राम सिंह, अनिल वर्मा, सुनील, ममता गुप्ता धर्मवीर सिंह, कमलेश कुमार, गिरजाशंकर को आरोपित बनाया गया है।