(www.arya-tv.com) अमरनाथ यात्रा शुरू होने के साथ ही जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। पिछले 48 घंटे के अंदर राज्य में दूसरा आतंकी हमला देखने को मिला है। सोमवार की रात को आतंकियों ने सेना के काफिले को निशाना बनाया। कठुआ में गश्त लगाते हुए सेना के वाहन पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका और फिर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में पांच जवान शहीद हो गए। हमले के बाद आतंकी आसपास के जंगलों में छिप गए। सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है। मगर आतंकी हमले को लेकर कई बड़े खुलासे सामने आ रहे हैं।
पाकिस्तान से आए थे आतंकी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कठुआ आतंकी हमले में 2-3 आतंकियों के शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। ये आतंकी सरहद पार पाकिस्तान से आए थे। वहीं स्थानीय लोगों ने आतंकियों को रास्ता दिखाने में मदद की। इन खबरों से साफ है कि सेना पर ये हमला अचानक नहीं हुआ है बल्कि एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया है।
एडवांस हथियारों का इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आतंकियों ने इस हमले के लिए एडवांस हथियारों का इस्तेमाल किया था। जिससे कम समय में ज्यादा से ज्यादा जवानों को निशाना बनाया जा सके। इस हमले में अमेरिका की M4 कार्बाइन राइफल्स, विस्फोटक उपकरण और गोला बारूद का उपयोग किया गया है।
बदनोटा गांव में क्यों हुआ हमला?
बता दें कि कठुआ के बदनोटा गांव में इस हमले को अंजाम दिया गया है। ये गांव कठुआ से 150 किलोमीटर दूर पहाड़ी इलाकों में मौजूद है। इस गांव में सड़क सही नहीं है और रास्ता काफी खराब है। ऐसे में कोई भी वाहन 10-15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक तेज नहीं चल सकता। शायद इसीलिए आतंकियों ने हमले के लिए बदनोटा गांव को चुना और मुमकिन है कि ये जानकारी आतंकियों को स्थानीय लोगों से मिली होगी।
स्थानीय लोगों ने की मदद
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि हमले में 2-3 आतंकी शामिल थे। तो वहीं 1-2 स्थानीय गाइड पहाड़ों के ऊपर मौजूद थे। आतंकियों ने पहले ग्रेनेड फेंका और फिर सेना की गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी। हर बार की तरह आतंकियों ने ड्राइवर को पहला निशाना बनाया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आतंकियों ने हमले से पहले स्थानीय लोगों की मदद और घटनास्थल की पूरी जानकारी बटोरी। इसके बाद प्रॉपर प्लानिंग के तहत इस कायराना हरकत को अंजाम दिया गया।
सेना का सर्च ऑपरेशन जारी
सुरक्षाबलों को संदेह है कि आतंकी आसपास के इलाके में छिपे हो सकते हैं। ऐसे में सुरक्षाबलों ने कठुआ में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस हमले की निंदा की है। एक्स प्लेटफॉर्म पर ट्वीट शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि आतंकवाद विरोधी अभियान चल रहा है। हमारे सैनिक क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम करने के प्रति दृढ़ संकल्पित हैं।