कानपुर।(www.arya-tv.com) अपने ही परिजनों से परेशान होकर कुएं में रगा दी छलांग, छेड़छाड़ और स्वजनों के तानों से तंग आकर एक विधवा महिला ने दो मासूम बेटियों के साथ कुएं में छलांग लगा दी। देवर ने ग्रामीणों की मदद से महिला और उसकी तीन साल की बेटी को बचा लिया लेकिन ढाई माह की दुधमुंही बच्ची का पता नहीं लगा। पुलिस ने कुएं में गोताखोर उतारे लेकिन देर शाम तक कामयाबी नहीं मिली।
रिश्तेदारों के मुताबिक महिला के पति ने पिछले वर्ष 29 जून को कैंसर की बीमारी से परेशान होकर कुएं में कूदकर जान दे दी थी। उस वक्त महिला गर्भवती थी। ढाई माह पूर्व दूसरी बेटी का जन्म होने के बाद से वह आर्थिक तंगी का सामना कर रही थी। मामला बिठूर क्षेत्र के एक गांव से जुड़ा है। पीडि़ता के मुताबिक बुधवार रात नौ बजे पड़ोसी युवक ने नशे की हालत में आकर दरवाजा खटखटाया। गेट खोलते ही वह छेड़छाड़ करने लगा। शोर मचाने पर पड़ोस के घर से आए ससुरालियों ने युवक को मारपीट कर भगा दिया। इसके बाद स्वजनों ने भला-बुरा कहा और ताने दिए।
इससे रातभर सो न सकी। गुरुवार को बड़ी बहन की ओर से दिए गए पांच हजार रुपये जला दिए। दोपहर एक बजे दोनों बेटियों को लेकर उसी कुएं पर पहुंची, जहां पति ने जान दी थी। महिला के देवर ने बताया कि दोपहर में वह खेत में खाद डाल रहा था। भाभी को कुएं में कूदते देखकर शोर मचाया और ग्रामीणों को बुलाकर रस्सी के सहारे कुएं में उतरा और भाभी व तीन साल की बेटी को बाहर निकाल लिया। दुधमुंही बच्ची का पता नहीं चल सका। बिठूर पुलिस ने पहुंचकर गोताखोरों को कुएं में उतारा लेकिन कामयाबी नहीं मिली। थाना प्रभारी कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि महिला ने आर्थिक तंगी के चलते आत्मघाती कदम उठाया है। दूसरी बेटी की तलाश की जा रही है। छेड़छाड़ का आरोपित फरार है। उसे तलाशा जा रहा है।