अंगद के पांव की तरह डटे थे जो बाइडन, फिर अचानक क्यों बदला मन? जानें रेस से हटने की इनसाइड स्टोरी

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(www.arya-tv.com) अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव 2024 दिलचस्प होता जा रहा है. डोनाल्ड ट्रंप के सामने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन चुनावी रेस से बाहर हो गए हैं. बाइडन ने खुद रविवार को ऐलान कर दिया कि वह राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे. उनका कहना है कि उन्होंने पार्टी और अमेरिका के हित में यह फैसला लिया है. मगर सवाल यह है कि बाइडन ने अचानक चुनाव के बेहद करीब आकर यह फैसला क्यों लिया? वह भी तब, जब वह अंत-अंत तक अपनी जिद पर अड़े थे कि वह चुनावी रेस से नहीं हटेंगे. डेमोक्रेट्स के भीतर से ही उनकी उम्मीदवारी पर सवाल उठ रहे थे. बावजूद इसके वह अड़े थे. उन्होंने साफ मना कर दिया था कि वह उम्मीदवारी से पीछे नहीं हटेंगे. मगर अचानक ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के सामने सरेंडर कर दिया?

सूत्रों की मानें तो बाइडन के इस फैसले की भनक किसी को भी नहीं थी. बाइडन राष्ट्रपति चुनाव के रेस से बाहर होने का ऐलान कर देंगे, यह सच में डेमोक्रेट्स और ओवल ऑफिस के लिए चौंकाने वाला है. राष्ट्रपति बाइडन का यह फैसला ओवल ऑफिस से या किसी चुनावी रैली से नहीं आया. बाइडन ने यह एलान तब किया, जब वह डेलावेयर के अपने बीच हाउस में अपने परिवार के बीच कोरोना से उबर रहे थे. उन्होंने इसका ऐलान सोशल मीडिया पर एक खत के जरिए किया. बहुत सादे तरीके से अमेरिका में शायद ही कभी इस तरह के ऐलान होते हैं. हालांकि, हकीकत यह भी है कि जो बाइडन के पास अपनी उम्मीदवारी पर फैसला लेने या एलान करने के लिए अधिक वक्त नहीं बचा था.क्यों पीछे हटे बाइडन
इसकी वजह है कि बाइडन की उम्मीदवारी पर विरोधी ही नहीं, अपने भी सवाल उठा रहे थे. जो बाइडन अपनी उम्र को लेकर अपनों के ही टारगेट पर आ चुके थे. 81 वर्षीय जो बाइडन को बराक ओबामा से लेकर डेमोक्रेट्स के कई नेता चुनावी रेस से बाहर होने की अपील कर चुके थे. कई सर्वे में भी बाइडन अपनी उम्र को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के सामने कमजोर साबित हो रहे थे. चुनावी रैलियों में भी डोनाल्ड ट्रंप बाइडन को बार-बार उनकी उम्र को लेकर घेर रहे थे. पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद से ही जो बाइडन अमेरिकी जनता की नजर में कमजोर पड़ चुके थे. ऐसे में उनके पास उम्मीदवारी की रेस से पीछे हटने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था. हालांकि, उन्होंने फैसला लेने में काफी देर कर दी.बाइडन का यह फैसला चौंकाने वाला क्यों
बाइडन का यह फैसला इसलिए भी चौंकाने वाला है, क्योंकि अमेरिका के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी राष्ट्रपति ने चुनाव के इतने करीब आकर दोबारा चुनाव न लड़ने का फैसला किया हो. बीते 24 दिनों से ऐसा लग रहा था जैसे जो बाइडन 27 जून को अटलांटा में सीएनएन प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद आए तूफान का डटकर सामना करने की योजना बना रहे थे. अब सवाल उठता है कि आखिर बाइडन का मन अचानक कैसे बदला? आखिर ऐसा क्या हुआ कि बाइडन ने उम्मीदवारी से पीछे हटने का फैसला कर लिया. कब और कैसे लिखी गई इसकी स्क्रिप्ट. एक सीनियर चुनावी सलाहकार की मानें तो जो बाइडन ने कोरोना से उबरते हुए अपने परिवार और अपने टॉप विश्वस्त सलाहकारों से फोन पर विचार-विमर्श करने के बाद पिछले 48 घंटों में चुनाव से पीछे हटने का अंतिम फैसला किया.

बाइडन के चुनावी रेस से हटने की स्क्रिप्ट
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि चुनाव से हटने की योजना शनिवार रात (अमेरिकी समयानुसार) से बननी शुरू हुई थी और रविवार को इस पर अंतिम मुहर लग गई. सलाहकार की मानें तो राष्ट्रपति बाइडन अपने फैसले पर अड़े नहीं थे. वह आने वाले सभी चुनावी डेटा और सर्वे को ध्यान से परख रहे थे. उन्हें यकीन हो गया था कि उनकी उम्मीदवारी डेमोक्रेट्स के चुनाव प्रचार को धीमा कर देगी और डोनाल्ड ट्रंप को हराने में परेशानी होगी. बाइडन को समझ आ गया था कि उनकी उम्मीदवारी से डेमोक्रेट्स को झटका लग सकता है और डोनाल्ड ट्रंप को वॉकओवर मिल सकता है. व्हाइट हाउस के एक सीनियर अधिकारी की मानें तो बाइडन ने यह फैसला किसी मेडिकल कारणों से भी नहीं लिया है.

कब लिखा गया खत
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, एक सूत्र ने बताया कि जो बाइडन ने अपने दो सबसे करीबी सलाहकारों से कहा कि वे चिट्ठी लिखने का काम शुरू करें और ऐलान की तैयारी करें. यह बात शनिवार रात की है. एक अन्य सूत्र ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडन ने अपने करीबी सलाहकार और मैसेज प्रमुख माइक डोनिलॉन के साथ मिलकर चिट्ठी लिखी. उपराष्ट्रपति रहने के समय से ही उनके सलाहकार रहे स्टीव रिचेटी को ऐलान से जुड़ी बाकी तैयारियों का जिम्मा सौंपा गया था. कोविड से उबर रहे बाइडन पूरे वीकेंड अपनी पत्नी, फर्स्ट लेडी जिल बाइडन के साथ डेलावेयर के रेहोबोथ बीच स्थित अपने घर पर ही रहे.

फैमिली मीटिंग में भी चर्चा
बताया गया कि कोई भी अहम फैसला लेने से पहले जो बाइडन हमेशा जो करते थे, उन्होंने इस बार भी वही किया. शनिवार रात (अमेरिकी समयानुसार) उन्होंने एक फैमिली मीटिंग की. एक सूत्र के मुताबिक, रेस से हटने का फैसला लेने पर उन्होंने अपने परिवार के सभी लोगों से बात की. रविवार को उनकी बेटी एश्ले और दामाद हॉवर्ड रेहोबोथ पहुंचे थे. वे भी इस बातचीत का हिस्सा थे. लेकिन बाइडन ने इस फैसले पर अपने बेहद करीबी सहयोगियों से ही सलाह-मशविरा किया. उनके बेहद करीबी लोगों में से कुछ को तो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से चंद मिनट पहले इसकी भनक लगी. उन लोगों में बाइडन की एक करीबी कम्युनिकेशन एडवाइजर यानी संचार सलाहकार अनीता डन भी शामिल हैं.