गुटखा खाने से बंद मुंह को खोलना होगा संभव, KGMU में शुरू हुई सर्जरी

Lucknow UP

लखनऊ(www.arya-tv.com) अब गुटखा खाने से बंद हुए मुंह को प्लेटिज्मा मायोक्यूटेनियस फ्लैप सर्जरी के जरिए खोलना आसान हो गया है। केजीएमयू में अंतरराष्ट्रीय ओरल एंड मैक्जिलोफेशियल सर्जरी डे के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि विश्वविद्यालय में पहली बार नई तकनीक आधारित सर्जरी शुरू की गई है। जिसमें गले की स्किन को निकाल कर के मुंह में लगा दिया जाता है।

इससे बंद हुआ मुंह खुलने लगता है और लोगों को खाने पीने में आसानी होती है। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि दुर्घटना के दौरान जबड़े की टूटी हड्डी का भी नए तरीके से आपरेशन संभव हो गया है, जिससे जबड़ा लगभग पूर्व स्थिति में आ जाता है। प्रत्येक वर्ष 13 फरवरी को यह दिवस मनाया जाता है।

दंत संकाय के प्रोफेसर डा. यूएस पाल ने बताया कि ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस की वजह से कई बार लोगों का मुंह बंद हो जाता है। इससे उन्हें भोजन करने यहां तक कि पानी निगलने व दांतों एवं मुंह को साफ करने तक के लिए दिक्कत होने लगती है। बोलना भी मुश्किल हो जाता है।

इसमें करीब दो अंगुल तक गले की खाल निकाल कर मुंह में लगाई जाती है और टांका लगा दिया जाता है। इसे प्लेटिज्मा मायोक्यूटेनियस फ्लैप के नाम से जानते हैं। इससे मरीज का मुंह पहले की तरह खुलने लगता है। उन्होंने बताया कि यह बिल्कुल नई तकनीक इजाद की गई है। इसके जरिए अब तक 30 आपरेशन यहां पर किए जा चुके हैं। भारत सरकार इस सर्जरी के प्रति उत्साहित है और वह इसके लिए फंड भी दे रही है।

दंत संकाय के डीन डा. अनिल चंद्रा ने बताया कि ओरल एंड मैक्जिलोफेशियल सर्जरी में जबड़े की जटिल सर्जरी, चेहरे की विकृति, ओरल कैंसर, डेंटल इंप्लांट्स, स्टेम सेल थेरेपी टिश्यू इंजीनियरिंग व ट्यूमर इत्यादि प्रकार की सर्जरी की जाती है। इस दौरान डा. दिव्या मेहरोत्रा, डा. अरुणेश इत्यादि ने भी व्याख्यान दिए।