लखनऊ में अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा:नौकरी दिलाने का झांसा देकर देह व्यापार में धकेलते थे

Lucknow

(www.arya-tv.com)राजधानी लखनऊ की पूर्वी जोन की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो अलग-अलग जिलों से असहाय परिवारों के घरों से उनकी नाबालिग बेटियों को काम दिलाने के बहाने देह व्यापार में धकेल दिया करते थे। गुरुवार की रात को यह गिरोह कई जिलों से कुछ किशोरियों को लाए थे, उसी दौरान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं इस गिरोह के कब्जे में दो किशोरियों को आजाद कराते हुए आशा ज्योति केंद्र भेज दिया गया है।

मुखबिर की सूचना पर पहुंची पुलिस

मिली जानकारी के मुताबिक, गोमतीनगर पुलिस देर रात महिला दारोगा दामिनी सिंह व सहाबुद्दीन नामक दरोगा पुलिस टीम के साथ सड़कों पर चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच मुखबिर ने सूचना दिया कि कुछ लोग दो किशोरियों को आसाम से लेकर आये हुए हैं। यह लोग उन दोनों किशोरियों को देह व्यापार में धकेल देंगे। इस सूचना पर पहुंची पुलिस को देख लोगों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन घेराबंदी होने की वजह से सभी की गिरफ्तारी कर ली गई।

अलग-अलग जिलों से लाते थे किशोरियों को

पकड़े गए गिरोह ने पूछताछ में बताया यह लोग अलग-अलग जिलों में जाते हैं। उन जिलों में गरीब और असहाय परिवार की नाबालिग लड़कियों को दो वक्त की रोटी के लिए बड़े शहरों में काम दिलाने का झांसा देकर अपने साथ ले आते हैं। कुछ दिनों तक इस गिरोह के द्वारा उन किशोरियों को अपने घरों में रखते हैं। कब किशोरियों को उन पर पूरा विश्वास हो जाता है, उसी दौरान काम दिलाने के लिए अलग-अलग राज्यों में अपने नेटवर्क से संपर्क कर देह व्यापार में धकेल दिया जाता था। इस गिरोह को नाबालिग लड़कियों की तस्करी करने पर मोटी रकम भी मिला करती थी।

सहारा ओवरब्रिज के पास से पकड़ा गया गिरोह

एडीसीपी पूर्वी की क्राइम पुलिस टीम ने अलग-अलग राज्यों के जिले से नाबालिक लड़कियों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय स्तर पर मानव तस्करी करने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि विकल्प खंड सहारा ओवरब्रिज के पास कुछ व्यक्तियों द्वारा आसाम से नाबालिक लड़कियो को लाकर उनसे वेश्यावृत्ति प्रयोजन में किसी व्यक्ति का इंतजार कर रहे हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंची तो आरोपियों ने भागने का प्रयास किया, जिस पर पूर्वी जोन की क्राइम टीम ने घेराबंदी कर उनको पकड़ लिया। जिनके पास मौके पर दो नाबालिग लड़कियां भी मौजूद थी। जिनसे पूछताछ करने के बाद दोनों को आशा ज्योति केंद्र भेज दिया गया है।

नाबालिग और असहाय महिलाओं को बनाते थे अपना शिकार

इंस्पेक्टर गोमतीनगर केशव कुमार तिवारी की मानें तो पकड़ा गया यह गिरोह कई राज्यों के अलग-अलग जिलों से असहाय व बेसहारा नाबालिग लड़कियों को संरक्षण में ले लेते थे। कुछ दिन तक उनका भरण पोषण करने के बाद विश्वास में लेकर इन लोगों को राज्य व जिला बदलकर देश में अपने नेटवर्क के माध्यम से वेश्यावृत्ति करने के लिए पसंद किए गए जगहों पर पहुंचा देते थे। इस गिरोह के द्वारा पुलिस से छिपते-छिपाते हुए नाबालिग लड़कियों की तस्करी की जाती थी। जिसका गुरुवार की देर रात पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इंस्पेक्टर ने बताया है कि सनी गुप्ता, फैजुद्दीन, राहुल गौतम के साथ दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में मालूम हुआ है इस गिरोह का सरगना फैजुद्दीन व उसकी पत्नी हैं, जो मूलरूप से असम के रहने वाले हैं।