अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आते आते संपूर्ण भारत योग के महत्व को स्वयं समझें आत्मसात करें व विश्व को सनातन संस्कृति के प्रभावी घटक योग आध्यात्म की शक्ति से संपूर्ण विश्व में शांति भी स्थापित की जा सकती है इससे परिचित करा सकें एसा अद्भुत प्रयास आज राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के सानिध्य में सिंधु वेलफेयर सोसायटी ने अयोध्या में किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ बृजमोहन कुंज मंदिर अयोध्या के श्रीमहंत अभिषेक मिश्र, राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के सदस्य प्रतिनिधि विश्व प्रकाश “रुपन” व आयोजन समिति के अध्यक्ष सुमित माखेजा, भक्त प्रह्लाद सेवा समिति महामंत्री ओमप्रकाश ओमी,योग प्रशिक्षक निशा तलरेजा मंजर व जुंबा ट्रेनर अंजलि अग्रवाल ने प्रभु झूलेलाल जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते अभिषेक मिश्र ने कहा कि योग आदि देव महादेव की देन है जिसे धरती पर योगराज श्री कृष्ण ने प्रभावी रुप से अवगत कराया जिसे आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संपूर्ण विश्व को इसका महत्व निरंतर बताने का कार्य भारत वासियों की सामूहिक शक्ति से निरंतर बताया जा रहा है।विश्व प्रकाश” रूपन ” ने कहा शक्ति के चरम पर पहुंच कर भी हम धैर्यवान हैं तो यह योगी की पहचान है साथ ही आज कल विश्व भर में निरंतर बढ़ रहे युद्ध से विमुख होना है तो विश्व को योग व आध्यात्म को अपना कर विश्व में शांति लाई जा सकती है तो यह सिर्फ योग के बल पर संभव हो सकता है।
उन्होंने बताया कि सिंधी भाषा के प्रसार हेतु गठित यह भारत सरकार की संस्था वर्ष 1994 से कार्य कर रही है, वर्तमान सरकार में एसे कार्यक्रम जुड़ने से आम लोग भी इसके निकट आ रहे हैं और परिषद की योजनाओं का लाभ भी ले रहे हैं।
कुशल संचालन कर रहे अध्यक्ष सुमित माखेजा ने जहां भूमिका रखी तो वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे सभी प्रतिभागियों व प्रशिक्षकों सहित पधारे सभी का व विशेष राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद का आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर योग प्रशिक्षक निशा तलरेजा मंजर ने जहां स्वस्थ रहने हेतु योग कराया तो वहीं इसे जीवन में नियमित रखने पर बल दिया।
आधुनिक योग की नयी विधा जुंबा की ट्रेनर अंजलि अग्रवाल ने भारतीय संगीत पर थिरकते हुए जहां योग कराया जिसका सभी ने खूब आनंद उठाया तो वहीं शाकाहार भोजन अपनाना श्रेयस्कर बताया।