वाराणसी में सरकारी आंकड़ों में कोरोना से 400 के करीब मौत,किए जा सकते है बाबद आवेदन

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वाराणसी (www.arya-tv.com) कोविड की पहली व दूसरी लहर के दौरान हुई मौत के मामले में अहेतुक राशि परिजनों को प्राप्त करने का अभी मौका है। आपदा कार्यालय में इस बाबत आवेदन किए जा सकते हैं। जांच में सब कुछ सही रहा तो पचास हजार की राशि खाते में भेजी जा रही है।

मौत के स्पस्ट कारण न बताने पर आवेदन करने वालों से रिकार्ड भी मांगे जा रहे हैं। अब तक एक हजार के आसपास आवेदन आ चुके हैं। पचास फीसद को मदद की राशि भी मुहैया करा देने की बात कही जा रही है। हालांकि, सरकारी रिकार्ड में 400 के करीब ही मौत दर्ज है लेकिन आवेदन की संख्या देखने के बाद यह स्पष्ट हो रहा है कि मौत ज्यादा हुई थी।

प्रतिदिन आ रहे है चार पांच आवेदन : कलेक्ट्रेट कार्यालय में कोविड से हुई मौत के मामले में सहायता राशि प्राप्ति के लिए प्रतिदिन चार पांच आवेदन आ रहे हैं। पैसा पाने वाले सरकार की इस व्यवस्था से बहुत खुश हैं तो बहुतायत न मिलने पर कोस भी रहे हैं। लेकिन बहुतायत का कहना है जांच रिपोर्ट आदि सही होने पर एक सप्ताह में राशि आ जा रही है।

कोरोना के दौराना हुई लोगों की मौत को राज्य सरकार ने पचास हजार रूपये देने का प्रविधान किया है आवेदन आपदा विभाग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। साथ आपदा विभाग के कार्यालय में फार्म निशशुल्क भी दिया जा रहा है।

आवेदन के साथ कोविड कि जांच रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। जांच के पूर्व या जांच के एक माह के अंदर मौत होने पर गठित जांच कमेटी की मुहर के बाद तत्काल राशि दी जा रही है। इसके अलावा अन्य आवेदन की विधिवत जांच पड़ताल के बाद गठित कमेटी निर्णय ले रही है।

जांच रिपोर्ट तक नहीं : कोविड से मौत हुई कि नहीं, बहुतायत के पास जांच रिपोर्ट नहीं है। कुछ लोगों का तर्क है कि कोविड के दौरान मौत हुई, इसलिए मदद मिलनी चाहिए। जांच कराने का मौका ही नहीं मिला। सूचना के बाद भी पोस्टमार्टम नहीं हुए। ऐसी स्थिति में सरकारी तंत्र का दोष है। हालांकि ऐसे लोगों के आवेदन निरस्त नहीं किए जा रहे हैं बल्कि पेंडिंग में डाल दिए जा रहे। आपदा विभाग से जुड़े लोगों का कहना है कि हम गाइडलाइन के अनुपालन को बाध्य हैं।