(www.arya-tv.com) पूरे देश मे रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की खबरे रोज मीडिया में आ रही है। वाराणसी में DM कौशल राज शर्मा की चेतावनी के बाद भी एक युवक मंगलवार रात को रेमडेसिविर इंजेक्शन ब्लैक में बेचने की तैयारी में था। गुप्त सूचना पर ककरमत्ता के पास से युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उसने अपना नाम सुनील पटेल और खुद को BHU का छात्र बताया। उसने स्वीकार भी किया कि पांच इंजेक्शन इससे पहले वो बेच चुका था।
पकड़े गये युवक ने बताया ऑनलाइन क्लास के लिए उसने ऐसा किया
रोहनिया गंगापुर का रहने वाले सुनील पटेल ने बताया BHU में सोशल साइंस का स्टूडेंट हूं। मुझे ऑनलाइन क्लास ज्वाइन करना था। पांच – पांच हजार का इंजेक्शन बहुत पहले मेडिकल स्टोर से खरीद कर रखा था। जब मार्केट में बिकना बंद हुआ तो 15 से 20 हजार में बेचने लगा। पांच इंजेक्शन बेच भी चुका था, आखरी बचा था और पकड़ा गया। पुलिस मेडिकल स्टोर भी कार्रवाई की तैयारी में हैं।
आपदा को अवसर में ऐसे न बदले की कार्रवाई हो
पुलिस ने जगतगंज और मडुआडीह से भी मुन्नू और कौशिक नामक व्यक्ति को पकड़ा हैं। कौशिक के परिवार में एक परिजन की कोविड से मौत हो गयी थी। इंजेक्शन बेकार हो जाता। इसलिए अपने दोस्त मुन्नू के साथ इंजेक्शन बेचने की तैयारी में था और पकड़ा गया। DM कौशल राज शर्मा ने बताया चेतावनी दी गयी थी। अब कार्रवाई के लिए दो टीमें बना दी गयी हैं। अस्पताल, मेडिकल स्टोर, एम्बुलेंस वाले अगर निर्धारित मूल्य से ज्यादा पैसे वसूलते और इंजेक्शन की कालाबाजारी की सूचना मिली तो कार्रवाई होगी।