(www.arya-tv.com) बीजेपी विधायक और प्रदेश के गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा की गाड़ी बीमारी हालत में चला रहे ड्राइवर की रविवार रात अचानक मौत हो गयी। इसपर परिजनों ने सिविल अस्पताल के बाहर हंगामा करते हुए राज्य संपत्ति विभाग पर जबरन ड्यूटी करवाने का आरोप लगाया। मृतक की पत्नी ने विभाग के मोटर इंचार्ज के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है, जिसकी हजरतगंज पुलिस जांच कर रही है।
निशातगंज के पेपर मिल कॉलोनी निवासी अशोक कुमार वर्मा (58) लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें हार्ट और ब्लड प्रेशर की दिक्कत थी जिसका श्याम प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल से इलाज चल रहा था। वह इलाज के लिए कई दिनों से छुट्टी पर चल रहे थे। परिजनों का कहना है कि 1 सितंबर को उन्हें जबरन ड्यूटी पर बुलाकर सुरेश राणा की गाड़ी चलाने के लिए भेज दिया गया। रविवार शाम वह मंत्री को छोड़ने एयरपोर्ट गए थे जहाँ अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई। मंत्री सुरेश राणा ने इसकी जानकारी राज्य संपत्ति विभाग के मोटर इंचार्ज अम्बरीश श्रीवास्तव को दी। लेकिन अम्बरीश ने इसके बारे में किसी अधिकारी को नही बताया। मंत्री के काफिले में शामिल लोग अशोक को सिविल अस्पताल लेकर पहुँचे जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
निलंबन की धमकी देकर ड्यूटी पर बुलाया गया थामृतक अशोक की पत्नी रजनी ने बताया कि पति की हालत बेहद गम्भीर थी। डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उन्हें रेस्ट करने को कहा था। इलाज के सभी पेपर विभागीय अफसरों को दिए गए थे। इसके बावजूद एक सितंबर को मोटर इंचार्ज अम्बरीश ने उन्हें जबरन ड्यूटी पर आने को कहा। ड्यूटी पर न पहुँचने पर सस्पेंड करने की धमकी दी। निलंबन के डर से तबियत ठीक न होने के बावजूद अशोक को ड्यूटी पर जाना पड़ा। रजनी का आरोप है कि अम्बरीश काफी समय से अशोक को प्रताड़ित कर रहा था। ACP हजरतगंज राघवेंद्र मिश्रा का कहना है कि रजनी ने मोटर इंचार्ज के खिलाफ तहरीर दी है। आरोप की जांच कर आगे कार्रवाई की जाएगी।