जिले में फर्जी और अवैध पैथोलॉजी लैब के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है। पांच स्थानों पर छापा मारकर चार पैथोलॉजी सेंटरों को सील कर दिया गया, जबकि नगरनिगम क्षेत्र के साकेतपुरी में एक लैब संचालक अपना बोर्ड उतारकर फरार हो गया। कार्रवाई में रुदौली सीएचसी से 50 मीटर की दूरी पर चलने वाली दो अवैध पैथोलॉजी भी शामिल हैं। लगातार हो रही कार्रवाई से अवैध पैथोलॉजी संचालित करने वालों में हड़कंप है।
रिकाबगंज स्थित लाल पैथ लैब की मुख्य शाखा द्वारा एसपी देहात बलवंत चौधरी को गलत मेडिकल रिपोर्ट देने के बाद सीएमओ डॉ. सुशील कुमार बानियान के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच अभियान चला रही है। देवकाली स्थित स्मार्ट बाजार के निकट मंगलवार को एक पैथोलॉजी निरीक्षण के दौरान अनाधिकृत पाई गई। इसे सील कर दिया गया। वहीं रुदौली में सीएचसी के निकट निरीक्षण के दौरान टीम जय मां डायग्नोस्टिक एवं अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंची।
यहां की डायग्नोस्टिक लैब पूरी तरह से अनाधिकृत थी, जिसे सील करा दिया गया। बगल ही डायनो लैब के नाम से एक पैथोलॉजी संचालित थी। वह डायनो से अपना एमओयू नहीं दिखा सका। उस पर भी टीम ने कार्रवाई करते हुए सील कर दिया। इसके बाद शुजागंज बाजार में पब्लिक पैथ लैब भी गैर-कानूनी तरीके से मरीजों की जांच कर रही थी। लैब में न तो योग्य पैथोलॉजिस्ट था और न ही क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन। इसे भी सील किया गया। टीम ने रुदौली के मटौली गांव में एक झोलाछाप का फर्जी क्लीनिक भी सील कर दिया। इसके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग को लिखित शिकायत मिली थी। टीम में नोडल नैदानिक स्थापना अधिकारी डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव, झोलाछाप के नोडल डॉ. राजेश चौधरी, एआरओ सद्दाम हुसैन और पटल सहायक शशिकांत तिवारी शामिल रहे।
