(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश में हजारों घर तोड़ने का फरमान जारी हुआ है. झांसी विकास प्राधिकरण के इस आदेश के बाद इलाके में खलबली मच गई. हजारों की संख्या लोग सड़कों पर उतर आए. लोगों ने यह आदेश वापस लेने की गुहार लगाई और सड़क पर कैंडल मार्च निकाला. लोगों का आक्रोश देखकर अधिकारी दफ्तर से भाग खड़े हुए.
यूपी के झांसी जिले में हजारों मकान को तोड़ने का फरमान झांसी विकास प्राधिकरण जारी किया. इसके बाद विरोध में हजारों की संख्या में जनसैलाब सड़क पर उमड़ आया. इसमें महिलाओं ने कैंडल मार्च निकालकर मकानों को तोड़ने का नोटिस वापस लेने की गुहार लगाई. प्राधिकरण के गेट के बाहर लोग इंतजार करते रहे, लेकिन कोई भी अधिकारी बाहर नहीं आया. इसके बाद प्रदर्शनकारी जाति विकास प्राधिकरण की तरफ बढ़े तो प्राधिकरण के उपाध्यक्ष सहित सभी जिम्मेदार दफ्तर से भाग गए.
इस वजह से हुआ अवैध निर्माण
आक्रोशत जनसैलाब को संभालने के लिए पुलिस और सिटी मजिस्ट्रेट को मोर्चा संभालना पड़ा. गौरतलब है कि यह आदेश ग्रीन बेल्ट यानि सरकारी रिकॉर्ड में कृषि भूमि पर बने हुए हैं. जिनका निर्माण बीते सालों में झांसी विकास प्राधिकरण की लापरवाही की वजह से ही हुआ है. इन कॉलोनियों में बिजली के मीटर भी लगे हुए हैं. अब ऐसे में 9000 से भी अधिक घरों को तोड़ने का नोटिस जारी हुआ है
लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
एनजीटी के आदेश का हवाला देकर झांसी विकास प्राधिकरण ने तकरीबन 9 हजार से भी अधिक मकानों को तोड़ने का नोटिस जारी किया है. मामले में सिटी मजिस्ट्रेट विदेश कुमार का कहना है कि मकान तोड़ने का नोटिस जारी होने के बाद शांतिपूर्वक लोक विकास प्राधिकरण के गेट पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया है.