(www.arya-tv.com)आज के दौर में बच्चों को इंटरनेट से दूर रखना नामुमकिन है। इंटरनेट की दुनिया में अच्छी चीजों के साथ यहां गलत चीजों का भी भंडार है। ऐसे में कई पेरेंट्स को अपने बच्चों की चिंता रहती है कि कहीं वो कुछ आपत्तिजनक कंटेंट न देखने लगें। आप उनको इंटरनेट से दूर तो नहीं कर सकते, लेकिन उन पर नजर रख सकते हैं। वो भी बिना उनकी फीलिंग्स को ठेस पहुंचाए। अब वो कैसे करेंगे आज यही जानते हैं।
वेब ब्राउजिंग पर नजर
वेब ब्राउजर पर नजर रखना सबसे अच्छा तरीका हो सकता है, कि वो क्या सर्च करते हैं, किस तरह के साइट्स पर वो रेगुलर एक्टिव रहते हैं। इसके लिए आप गूगल फैमिली लिंक का इस्तेमाल कर सकते हैं। गूगल फैमिली लिंक की मदद से आप बच्चों की डेली एक्टिविटी पर पूरी तरह नजर रख सकते है और जान सकते हैं कि किस समय वो क्या देख रहे हैं। कितने देर तक उस साइट पर वो एक्टिव थे। अगर आपको कुछ गलत एक्टिविटी दिखती है तो अपने बच्चों से बात करिए और उन्हें समझाइए कि क्या सही है और क्या गलत है।
बच्चों के लिए डेटा लिमिट तय करें
अगर आप चाहते हैं कि बच्चे ज्यादा देर इंटरनेट पर एक्टिव न रहें, जब उनका काम खत्म हो जाए तब इंटरनेट के बजाए बुक्स से पढ़ाई करें तो आप डेटा लिमिट फीचर का इस्तेमाल कर सकते है। हम सभी के स्मार्टफोन में डाटा लिमिट का ऑप्शन दिया जाता है। जिससे हम एक पर्टिकुलर डेटा लिमिट सेट कर सकते हैं, वो लिमिट क्रॉस होने के बाद आपका इंटरनेट चलना बंद हो जाएगा।
डाटा लिमिट सेट करने के लिए पहले आपको सेटिंग्स में जाना है फिर नेटवर्क में जाना है और उसके बाद मोबाइल डेटा पर क्लिक करना है उसमें आपको डेटा लिमिट का ऑप्शन मिलेगा जिसे आप एक पर्टिकुलर डाटा लिमिट सेट कर सकते है।
स्क्रीन पिनिंग
कई बार ऐसा होता है कि अपने जिस काम के लिए बच्चों को फोन दिया है उसे छोड़कर वे कुछ और ही कर रहे होते है। ऐसे में स्क्रीन पिनिंग का ऑप्शन बहुत काम आता है। स्क्रीन पिन कर देने से बच्चे पिन्ड ऐप के अलावा और कोई ऐप आपकी परमिशन के बगैर नहीं इस्तेमाल कर सकते हैं। स्क्रीन पिन करने के लिए सेटिंग्स पर जाएं और ऐप पिनिंग को सर्च करें और अपने हिसाब से ऐप्लीकेशन को सिलेक्ट करके एनेबल कर दें, उसके बाद आपके बच्चे सिर्फ उन्हीं ऐप्स को खोल पाएंगे, जिन्हें आपने पिन किया होगा।
ऐप परचेस
आपके बच्चे फोन से किसी ऐप को परचेस न कर दे या उसमे फालतू पैसा न लगा दे इसके लिए आप अपने ऐप स्टोर में जाकर ऐप एक्सेस को रिस्ट्रिक्ट कर सकते हैं और साथ ही उम्र के हिसाब से पाबंदी लगा सकते हैं, इससे किसी भी तरह के अडल्ट कंटेंट उन्हें शो नहीं होंगे।
इंटरनेट से जुड़े खतरों के बारे में बच्चों को समझाएं
अब चाहे आप कितने भी तरीके ढूंढ लीजिए अगर बच्चों को सही गाइडेंस नहीं दी जाएगी तो वो भी इन सभी तरीकों का सॉल्यूशन ढूंढ ही लेंगे। इसलिए अपने बच्चों को इंटरनेट से जुड़े खतरों के बारे में आराम से समझाएं।