हॉन्गकॉन्ग में प्रदर्शन:पुलिस ने 12 साल की लड़की को जमीन पर गिराया, फिर गिरफ्तार किया

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(www.aryatv.com)लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश कर रही पुलिस ने रविवार को एक 12 साल की लड़की को गिरफ्तार कर लिया, जिसकी कड़ी आलोचना की जा रही है। लड़की के परिवार का कहना है कि वह कुछ जरूरी चीजें खरीदने गई हुई थी। लड़की की गिरफ्तारी का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।

वायरल हो रहे वीडियो में पुलिस प्रदर्शनकारियों को एक ओर हटा रही है। इसी दौरान 12 साल की लड़की वहां से भागने लगती है। पुलिस लड़की का पीछा करते हुए उसे जमीन पर गिरा देती है। कई और अधिकारी भी उसे जमीन पर गिराने में मदद करते दिख रहे हैं।

हॉन्गकॉन्ग में चीन द्वारा 1 जुलाई से नया सुरक्षा कानून लागू होने करने के बाद से व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस कानून के लागू होने के बाद हॉन्गकॉन्ग में देशद्रोह, आतंकवाद, विदेशी दखल और विरोध करने जैसी गतिविधियां पर पाबंदी लगा दी गई है।

बेटी डर गई थी, इसलिए भागी: लड़की की मां

लड़की की मां ने एप्पल डेली को बताया कि उन्होंने इस घटना को लेकर औपचारिक शिकायत करने और मुकदमा करने का मन बनाया है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी और उनका 20 साल का बेटा दोनों को शहर में महामारी से जुड़े कानूनों के तहत जुर्माना लगाया गया है। वे आर्ट सप्लाई खरीदने बाहर गए थे। मेरी बेटी इसलिए भागी, क्योंकि वह डर गई थी। पुलिस की इस हरकत के बाद बेटी को चोट लगी है।

लोकतंत्र समर्थक विधायक क्लाउडिया मो ने कहा कि लड़की पर की गई कार्रवाई दिखाती हैं कि हॉन्गकॉन्ग पुलिस कैसे बेवजह उछल-कूद करने वाली पुलिस बन गई है।

लड़की संदिग्ध तरीके से भागी थी: पुलिस

घटना के कुछ घंटों बाद हॉन्गकॉन्ग पुलिस ने 12 साल की लड़की की गिरफ्तारी की पुष्टि की। साथ ही कहा कि वह संदिग्ध तरीके से भागी थी। अधिकारियों ने उसे पकड़ने के लिए कम से कम बल का इस्तेमाल किया। प्रतिबंधित समूह की सभा में शामिल होने वाले युवाओं को लेकर पुलिस चिंतित है।

मारे खिलाफ शिकायत कर सकते हैं: पुलिस

बाद में पुलिस ने एक बयान में कहा कि पुलिस ईमानदारी से अपना काम करती है। अगर किसी भा व्यक्ति को पुलिस के व्यवहार से परेशानी होती है तो वह हमारे खिलाफ शिकायत कर सकता है।

रविवार को 300 लोग गिरफ्तार

हॉन्गकॉन्ग सरकार ने रविवार रात कहा था कि लोगों ने पुलिस की सलाह को नजरअंदाज करते हुए प्रदर्शनों में भाग लिया, महामारी के नियमों को तोड़ा और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का उल्लंघन किया। सरकार ने इसकी कड़ी निंदा की। प्रदर्शनों के लिए रविवार को लगभग 300 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।