(www.arya-tv.com) दीपावली खुशियों का त्योहार है.इस त्योहार पर जहां हर तरफ खुशहाली की रंगत दिखती है तो वहीं इस उत्सव के समय में दलित और आदिवासी बस्तियों में वाराणसी के युवा हेमंत राज खुशियों के दीप जलाते है.हर साल दीपावली के उत्सव के बीच हेमंत दलित और मजदूरों के बीच जाते है और उनके साथ बैठ कर उनका दुख सुख बांटने के साथ उन्हें दिवाली का तोहफा देते हैं.
हेमंत ने बकायदा इसके लिए युवाओ को अपने साथ जोड़ रखा है.हर दिवाली यह 300 से ज्यादा परिवारों में मिठाई,पटाखे और कपड़े बांटते है. इसके लिए अपने जानने वालों से वो छोटे छोटे डोनेशन के जरिए फंड इक्कठा करते हैं.लोगों को जोड़े रखने के लिए उन्होंने यंग लीफ फाउंडेशन बना रखा है.
पटाखे से बच्चों के चेहरे पर आती है खुशी
हेमंत राज ने बताया कि वाराणसी के दलित और मलिन बस्तियों के अलावा सोनभद्र के आदिवासी क्षेत्र में वो लगातार काम कर रहे हैं.इसी क्षेत्र में दीपावली होली जैसे त्योहारों पर वो इन परिवारों तक जरूरत की चींजे पहुंचाते हैं.इतना ही नहीं अपने जन्मदिन की खुशी भी वो इनके साथ मनाते हैं और उन्हें तोहफा भी देते हैं.
मिलता है सुकून
उन्होंने बताया कि इन गरीब आदिवासी परिवारों के बीच उन्हें इन त्योहारों का उत्सव मनाने में खुशी मिलती है और इन्हें अपना परिवार मानकर ही उनके साथ खुशियां मनाते है.
स्पेशल 5 टीम करती है काम
हेमंत ने बताया कि साल 2016 में उन्होंने इस काम की शुरुआत की थी उसके बाद उनका कारवां लगातार बढ़ता ही गया.अब उन्होंने इसके लिए ‘स्पेशल 5’ टीम तैयार की है जिसमें अंकित सिंह,नितांश नाथ, रोहित मौर्या, रवि भारती और आशीष कुमार सिंह शामिल है.