(www.arya-tv.com) लखनऊ युनिवर्सिटी के सोशल वर्क डिपार्टमेंट में विश्व वृद्ध दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस मनाया गया। इस मौके पर हेल्पेज इंडिया ने ‘महिलाएं और बढ़ती उम्र: अदृश्य अथवा सशक्त’ विषय पर सर्वे रिपोर्ट जारी की।
राधा कमल मुखर्जी सभागार में हुए कार्यक्रम में लखनऊ मंडलायुक्त रोशन जैकब चीफ गेस्ट रहीं। पद्म श्री विद्या विंदू सिंह स्पेशल गेस्ट के तौर पर मौजूद रहीं। वहीं कार्यक्रम में लविवि के कुलपति आलोक कुमार राय, सोशल वर्क डिपार्टमेंट के हेड अनूप कुमार भारती, श्यामपाल सिंह और सुनीता ऐरन भी मौजूद रहीं।
कार्यक्रम में अनूप कुमार भारती ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा- “सीनियर सिटीजन पॉलिसी 1999 में बनी। लेकिन अभी तक भी समाज के इस वर्ग के लिए कोई खास काम नहीं हो पाया है। मुझे लगता है आज एक ऐसा मौका है जिससे इस रिपोर्ट के माध्यम से 20 राज्यों में वृद्ध महिलाओं की स्थिति पता चलेगी। एक नागरिक होने के नाते हमारे कर्त्तव्य है। इस रिपोर्ट से अच्छे काम की तरफ कदम बढ़ाया जाए।”
इसके बाद हेल्पेज इंडिया के निदेशक अशोक कुमार सिंह ने रिपोर्ट प्रेजेंट की। उन्होंने बताया कि इस रिपोर्ट में 20 राज्यों की 7,911 बुजुर्ग महिला रिस्पॉन्डेंट हैं। इसमें ये मालूम करने की कोशिश की गई है। महिलाएं बढ़ती उम्र के साथ गुमनाम हो जाती हैं या सशक्त होती हैं। इसमें उन्होंने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से पूरी रिपोर्ट का ब्योरा दिया।
इस रिपोर्ट में चार मुख्य ऑब्जेक्टिव थे। पहला बुजुर्ग महिलाओं का करेंट स्टेटस जिसमें उनकी इनकम सोर्स, हेल्थ केयर सर्विस एक्सेस जैसी चीजें थी। दूसरा ऑब्जेक्टिव में उनकी कमजोरियों का उनके जीवन पर असर के बारे में जानकारी दी गई। तीसरे में एल्डर एब्यूज (दुर्व्यवहार) और चौथे में बताया गया कि कितने प्रतिशत बुजुर्ग महिलाओं को बुजुर्गों के लिए चल रही कल्याणकारी योजनाओं के बारे में पता है।