(www.arya-tv.com) बरेली में शनिवार रात सट्टे के विवाद में बदमाशों ने हिस्ट्रीशीटर की कनपटी और सीने में गोली मारकर हत्या कर दी। हिस्ट्रीशीटर 25 दिन पहले जेल से जमानत पर रिहा होकर आया था। हत्याकांड में पुलिस ने तीसरे आरोपी नितिन राजपूत को भी अरेस्ट कर लिया है। वहीं दो नामजद आरोपी फरार हैं। पुलिस की टीमें फरार आरोपियों की तलाश में लगी हैं।
शनिवार रात गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल गया था मोहल्ला
अजय वाल्मीकि (24) बारादरी थाना क्षेत्र के नरकुलागंज में परिवार के साथ रहता था। उसके परिवार में माता-पिता और बहन-भाई है। मां ने बताया, शनिवार को बेटे के फोन पर किसी की कॉल आई थी। इसके बाद वह बात करते हुए बाहर निकल गया था।
प्रेमनगर थाने से सिर्फ 250 मीटर की दूरी पर अजय की बाइक को 3 हमलावरों ने रोक लिया और फायरिंग शुरू कर दी। अजय को एक गोली कनपटी और सीने में लगी। इससे वह लहूलुहान होकर सड़क पर गिर गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने एक बदमाश को पकड़ लिया।
पहले से दी थी हत्या की धमकी
अजय की मां ने कहा, 11 जुलाई को 4 लोगों ने घर में घुसकर धमकी दी थी। कहा था कि अवैध सट्टे की शिकायत वापस नहीं ली तो हत्या कर देंगे। उस समय मेरा बेटा घर पर नहीं मिला था। वह धमकी देकर चले गए थे। इसके बाद बेटे ने सुबह थाने में पुलिस से शिकायत कर जान से खतरा बताया था। इसके बाद ही रात में ही बदमाशों ने हत्या कर दी।
अभी तक 3 आरोपी अरेस्ट
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया, मौके से एक हत्यारोपी विनय कुमार को गंगापुर नाग पंचमी मैदान से गिरफ्तार किया गया है।अजय के पिता दयाराम ने पांच आरोपियों राहुल, नितिन राजपूत, विनय, जगमोहन उर्फ तन्नू और भगवान स्वरुप उर्फ लाले के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया। विनय, राहुल और नितिन राजपूत अरेस्ट हो चुके हैं। जबकि जगमोहन और भगवान स्वरुप फरार हैं।
पूछताछ में नितिन ने पुलिस को बताया कि अजय हिस्ट्रीशीटर था। वह हमसे रंजिश रखता था कि हमने उसे पुलिस से मुखबिरी कर जेल भिजवाया है। इसलिए वह हमे मारने की प्लानिंग कर रहा था। सट्टे को लेकर पूर्व में विवाद भी हो चुका है। अजय वाल्मीकि और आरोपी जगमोहन उर्फ तन्नू में पहले से वर्चस्व चल रहा है। इसी के चलते अजय की हत्या की गई।