(www.arya-tv.com) पाकिस्तान से नोएडा पहुंची 27 साल की महिला सीमा हैदर गुलाम 5वीं तक पढ़ी है। लेकिन, फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती है। कंप्यूटर चलाने में एक्सपर्ट है। महिला ने पुलिस पूछताछ में बताया कि पबजी खेलने के दौरान नोएडा के सचिन के संपर्क में आई। फिर दोनों के बीच प्यार हुआ। इसके बाद वह अपने पहले पति को छोड़कर 4 बच्चों के साथ नोएडा आ गई।
पुलिस सीमा की इस कहानी को पूरा सच नहीं मान रही है। उसका मोबाइल जब्त कर लिया है। फोरेंसिक जांच के लिए उसे लैब भेजा गया है। DCP साद मियां खान ने बताया कि पाकिस्तानी महिला ने खुद वीजा बनवाया। दुबई से नेपाल होते हुए भारत में एंट्री की। फिलहाल, पुलिस इस केस में पाकिस्तानी जासूसी एंगल भी खंगाल रही है।
48 घंटे ATS, LIU और IB ने की पूछताछ
पुलिस ने हरियाणा के बल्लभगढ़ से सोमवार देर शाम सीमा हैदर को गिरफ्तार किया। साथ में उसके 4 बच्चे भी थे। पुलिस, ATS, IB और LIU ने हिरासत के दौरान सीमा और सचिन से 48 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद सीमा, उसके प्रेमी सचिन और सचिन के पिता को नोएडा की जिला अदालत में पेश किया। वहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
भारत पहुंचने के लिए यूट्यूब पर देखे वीडियो
सचिन और सीमा की पहली मुलाकात नेपाल के काठमांडू में हुई। यहां पर दोनों एक होटल में 7 दिन रहे। फिर सीमा वापस पाकिस्तान चली गई। इसके बाद सीमा ने ट्रैवल एजेंट की मदद से टूरिस्ट वीजा लेकर अपने 4 बच्चों के साथ नेपाल पहुंची और वहां से बस से दिल्ली और फिर सचिन के पास नोएडा पहुंची।
जांच में यह भी पता चला कि सीमा और सचिन दोनों ने मिलकर भारत पहुंचने का रास्ता खोजा। इसके लिए उन्होंने यूट्यूब पर काफी वीडियो देखे। उसने रास्ते में दो बार बस में बैठे लोगों से हॉटस्पॉट लेकर सचिन से फोन पर बात की।
2014 में सीमा की शादी, फिर पति से तलाक
ग्रेटर नोएडा DCP ने बताया कि सीमा की शादी फरवरी 2014 में सिंध के ही गुलाम हैदर के साथ हुई। दोनों के चार बच्चे हुए। पति कराची में टाइल्स लगाने का काम करता था। साल 2019 में वह सऊदी अरब में काम करने लगा। इस बीच दोनों का तलाक हो गया। इसी दौरान सीमा की मुलाकात पबजी गेम खेलते समय ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में रहने वाले सचिन से हो गई। सचिन नोएडा में पल्लेदारी का काम करता है।
मंगलवार को पुलिस हिरासत में ही सीमा ने मीडिया से बात की। इस दौरान उसने कहा- जब मैंने सचिन के साथ रहने का फैसला लिया, तो बच्चों का वीजा-पासपोर्ट बनवाने के पैसे नहीं थे, लेकिन इंडिया आना था। इसलिए कराची में ही अपना एक प्लॉट 12 लाख रुपए में बेच दिया। इन पैसों से अपना और चारों बच्चों का वीजा-पासपोर्ट बनवाया। इसके बाद एक ट्रैवल एजेंसी से संपर्क किया। ट्रैवल एजेंट ने नेपाल के 5 टिकट अरेंज कराए। इसके जरिए मैं बच्चों को लेकर नेपाल पहुंची।
नेपाल में 10 मई को पहुंचने के बाद मैंने वहां से दिल्ली के लिए बस पकड़ी। रास्ते में बस में सवार लोगों से हॉटस्पॉट के जरिए इंटरनेट कनेक्ट करके वॉट्सऐप कॉल के जरिए सचिन से बात करती रही। सचिन ने मुझे जेवर तक आने का पूरा रास्ता बताया। तब जाकर मैं दिल्ली के रास्ते सचिन के पास जेवर आई। यहां हम दोनों किराए पर एक घर में साथ रहने लगे।
मेरे साथ रहने की जानकारी जब सचिन के पिता को हुई, तो उन्होंने शादी करने की सलाह दी। इसके लिए एक वकील से संपर्क किया। वकील ने मुझसे आई-कार्ड मांगा, तो मैंने पाकिस्तान का आई-कार्ड दे दिया। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस ने महिला, सचिन और सचिन के पिता को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान सीमा नोएडा में सचिन के साथ करीब 50 दिन तक रही।