(www.arya-tv.com) दिल्ली नेशनल हाईवे जाम कर बैठे किसानों की मांगे सरकार ने मान ली हैं। सरकार ने कहा कि किसानों की सूरजमुखी को 6400 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने की मांग को देखते हुए अब इसकी खरीद 5 हजार प्रति क्विंटल के हिसाब से की जाएगी। बकाया 1400 रुपए प्रति क्विंटल सरकार भावांतर योजना के तहत देगी। इसके अलावा गुरनाम चढ़ूनी समेत 9 किसान नेताओं को कल रिहा कर दिया जाएगा।
इसके बाद किसानों ने कुरूक्षेत्र में हाईवे पर जश्न मनाते हुए खीर का लंगर लगाया। इसके बाद हाईवे से जाम खत्म कर दिया गया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा-”हमने एक हफ्ते तक संघर्ष किया है और आज सबके सहयोग से हमारी मांगें सरकार ने मान ली हैं।
इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन को अपने हाथ में लेते हुए पक्के मोर्चे का ऐलान किया था। जिसके बाद सरकार को किसानों के आगे झुकना पड़ा। कुरूक्षेत्र में हाईवे पर सोमवार दोपहर 2 बजे जाम लगा था। जिसे आज रात को हटा लिया जाएगा।
सरकार ने पूछा था सवाल
किसानों के जाम को लेकर हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने एक विज्ञापन जारी कर पूछा कि हरियाणा में सूरजमुखी के सबसे रेट ज्यादा हैं, फिर भी क्या राष्ट्रीय राजमार्ग रोकना जायज है?। सरकार ने कहा-” हरियाणा में 38,414 एकड़ में सूरजमुखी की फसल है। 8,528 किसानों को भावांतर योजना में प्रति क्विंटल 1000 रुपए अंतरिम राहत राशि दी जाती है। अब तक 29.13 करोड़ की राशि दे चुके हैं। हरियाणा में मार्केट रेट 4,900 और 1000 रुपए सरकार की तरफ से, यानी सूरजमुखी का प्रति क्विंटल रेट 5,900 रुपए मिलता है। उसके उलट कर्नाटक में 4,077, पंजाब में 4 हजार, तमिलनाडु में 3,550, महाराष्ट्र में ,और गुजरात में 3,975 प्रति क्विंटल रेट है। सरकार ने इसे सूरजमुखी की बिक्री की सच्चाई करार दिया है।