(www.arya-tv.com)हमास के इजरायल पर हुए हमले से छिड़े युद्ध के बाद देर सबेर इसकी तुलना रूस यूक्रेन युद्ध में होना तय माना ही जा रहा था. रूस ने तो मध्य पूर्व की ताजा घटनओं के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराने वाला बयान देते हुए अमेरिकी नीतियों को मध्य पूर्व में नाकाम करार दिया. इजरायल हमास युद्ध से बदलते भूराजनैतिक समीकरणों में एक प्रमुख बदलाव यही आया है कि अमेरिका को अब एक नहीं दो युद्धों से निपटना है और उसे दोनों में अपनी भूमिका को जायज ठहराना होगा. जो बाइडन ने इसी के मद्देनजर अपने एक बयान में हमास और व्लादिमीर पुतिन की तुलना की है जो आने वाले समय समय में अमेरिकी रणनीति की ओर भी इशारा करता है.
क्या कहा बाइडन ने
बाइडन ने अपनी मध्य पूर्व की यात्रा से लौटने के बाद अपने देश को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमास और रूस दोनों ही भले ही अलग ही तरह के खतरे का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन दोनों एक बड़ी समानता यही है कि लोकतंत्र को पूरी तरह से खत्म करने पर तुले हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि, “हम पार्टी नफरत भरी राजनीति को अपने महान देश की जिम्मेदारियों के लिए बाधक बनने नहीं दे सकते”
कहीं से भी पीछे ना हटने का संकेत
बाइडन ने कड़े शब्दों में कहा है कि वे ना तो रूस यूक्रेन युद्ध में अपना पक्ष कमजोर होने देंगे और ना ही हमास के लिए किसी तरह की रियायत देना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि हम हमास जैसे आंतकीयों और पुतिन जैसे तानाशाहों को जीतने ना दे सकते हैं और ना ही जीतने देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि वे कांग्रेस से यूक्रेन और इजरायल के लिए भारी वित्तीय सहायता की मांग करेंगे और शुक्रवार को उन्होंने कांग्रेस से 105 अरब डॉलर के फंड मांग भी कर डाली.
वैश्विक नेतृत्व के लिए निवेश
बाइडन ने दलील दी थी कि यह फंड अमेरिका के लिए भविष्य में वैश्विक नेतृत्व के लिए निवेश की तरह होगा. यह एक स्मार्ट निवेश होगा जिसके लाभांश पीढ़ियों की अमेरिकी सुरक्षा के लिए मिलेंगे. उन्होंने बताया कि अमेरिकी नेतृत्व वही है जो दुनिया को एक साथ रखता है. अमेरिकी साझेदारियां अमेरिका को सुरक्षित रखती हैं. अमेरिकी मूल्य ही उसे एक ऐसा साझेदार बनाते हैं जो दूसरे देशों के साथ काम करना चाहता है.