(www.arya-tv.com)मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सचिवालय सहित सभी संवेदनशील शासकीय कार्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने की की बात कहते हुए सभी संवेदनशील सरकारी कार्यालयों में असलहा लेकर किसी को भी प्रवेश न देने को कहा है। मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव गृह, एडीजी कानून-व्यवस्था व सचिवालय प्रशासन के साथ सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही सरकारी कार्यालयों में पान-मसाला, गुटखा, तम्बाकू आदि पर सख्ती से प्रतिबंध लगाया जाए। शासकीय कार्यालयों के बाह्य व भीतरी परिसर में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबू भवन में अपर मुख्य सचिव नगर विकास नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभाग के निजी सचिव विशंभर दयाल के सोमवार को गोली मारकर आत्महत्या के प्रसाय मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस इसक घटना के बाद सचिवालय जैसे संस्थान की सुरक्षा पर उठे सवाल पर सुरक्षा को और ठीक करने को कहा। उन्होंने कहा कि जब किसी को बाबू भवन परिसर में असलहा ले जाना मना था तो निजी सचिव विशंभर पिस्टल लेकर अंदर कैसे गए। यह सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल है। इसकी समीक्षा की जाए। साथ ही दोषियों पर एक्शन लिया जाए।
अभी भी कोमा में हैं निजी सचिव विशंभर दयाल
लोहिया अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक 30 अगस्त दोपहर दो बजे भर्ती हुए निजी सचिव विशम्भर दयाल अभी भी कोमा में है। सोमवार को उनकी तबियत बिगड़ी थी, लेकिन मंगलवार से कुछ सुधार हुआ है। उनके चेहरे की सूजन कम हुई है। संस्थान के डॉक्टरों की टीम ने करीब चार घंटे चले ऑपरेशन के बाद उनके सिर में लगी गोली को निकाल लिया था। उनका आईसीयू में इलाज चल रहा है।
लोहिया अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक 30 अगस्त दोपहर दो बजे भर्ती हुए निजी सचिव विशम्भर दयाल अभी भी कोमा में है। सोमवार को उनकी तबियत बिगड़ी थी, लेकिन मंगलवार से कुछ सुधार हुआ है। उनके चेहरे की सूजन कम हुई है। संस्थान के डॉक्टरों की टीम ने करीब चार घंटे चले ऑपरेशन के बाद उनके सिर में लगी गोली को निकाल लिया था। उनका आईसीयू में इलाज चल रहा है।
सचिवालय में प्रतिबंध के बावजूद असलहा लेकर जाते हैं अधिकारी
सचिवालय की बिल्डिंग बापू भवन हो या विधानसभा अधकारी रसूख जमाने के लिए नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। यहां हाई सिक्योरिटी जोन होने के चलते शस्त्र लेकर एंट्री बैन है। इसके बावजूद कुछ अफसर असलहा कमर में लगाकर कार्यालय आ जाते हैं। सोमवार को इसी तरह एसीएस नगर विकास के निजी सचिव विम्भर दयाल भी लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर सचिवालय के अंदर गए लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें नहीं रोका। सचिवालय सुरक्षा के पुलिस वालों का कहना है कि अधिकारी गाड़ी से आते हैं इसलिए पता नहीं चलता कि कौन असलहा लगाया है। सोमवार को विशम्भर दयाल भी कार से आये थे। उनकी गाड़ी गेट नम्बर 5 से ही अंदर गयी लेकिन डर वश किसी ने उन्हें रोका नहीं।
सोमवार को एसीएस नगर विकास के निजी सचिव ने गोली मार किया था आत्महत्या का प्रयास
अपर मुख्य सचिव नगर विकास नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभाग के निजी सचिव विशंभर दयाल ने सोमवार दोपहर बाबू भवन (सचिवालय) स्थित कार्यलय में गोली मारकर आत्महत्या का प्रयास किया था। बापू भवन में आठवें तल पर मौजूद कर्मचारियों ने पुलिस व परिजनों को सूचना देकर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उन्हें राममनोहर लोहिया अस्पताल भेज दिया गया। जहां उनका आईसीयू में इलाज चल रहा है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला था। जिसमें उन्होंने बहन के ससुराल वालों से विवाद के चलते उन्नाव के थाना औरास में उन पर लिखे मुकदमे में सही कार्रवाई न होने का जिक्र था। जिसकी पुष्टि उनकी पत्नी गीता ने भी की थी। इसके बाद आइजी रेंज लखनऊ लक्ष्मी सिंह ने जांच के आधार पर लापरवाही करने वाले औरास थाने पर तैनात दरोगा तमीजुद्दीन और थाना प्रभारी हरप्रसाद अहिरवार को सस्पेंड कर दिया था।