लखनऊ(राहुल तिवारी/सुयश मिश्रा)। बूढ़े जटायू को रावण से टकराने का अंजाम बाखूबी मालूम था। बावजूद इसके उसने खुद को सौभाग्यशाली माना कि वह सत्य और निष्ठा के मार्ग पर अपने प्राणों की आहुति दे रहा है। देश में ऐसे जटायू अब शेष मात्र हैं। जो सच्चाई के मार्ग पर जीवन समर्पण करने को तैयार हो जाएं।
भ्रष्टाचार के दलदल में जकड़ी व्यवस्थाएं तब स्वतंत्र होने को आकुल हो उठीं जब साल 2017 में प्रदेश में योगी सरकार आई। मानों लगा जैसे राम राज्य आ गया हो। आवाम झूम उठी। खासकर वह गरीब तबका जो हर दर पर भ्रष्टाचार की मार झेलता है।
साल 2014 में जब केंद्र में मोदी की सरकार बनी तो गरीबों को घर और शौचालय की बात की गई, हालांकि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं था, जिससे बहुत वाहवाही लूटी जा सकती थी, बावजूद इसके देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर गरीब को घर और देश को खुले में शौच मुक्त बनाने का फैसला किया।
इसको लेकर करोड़ो रुपए का बजट बना और योजना तैयार हुई, लेकिन यहां भी भ्रष्टाचार के घुन ने गरीबों के हिस्से पर डाका डाल दिया। प्रधानमंत्री आवास और शौचालय में लूट और बंदरबांट की खबरें अब आम हो गई हैं। ताजा मामला सरोजनीनगर विधानसभा का है। यहां ग्राम पंचायत सचिव की उच्च अधिकारियों के संरक्षण में चल रही लूट का आडियो वायरल हुआ है। सचिव महोदया प्रधानमंत्री आवास के नाम पर गरीबों से धन उगाही करने का काम कर रही हैं। सरोजनी नगर विकास खंड के ग्राम सभा अन्धपुर देव का है जहां सुकरू पुत्र बैजू के प्रधानमंत्री आवास की फोटो खींचने के लिए सचिव द्वारा एक व्यक्ति को भेजा गया। सचिव शामीन बानो द्वारा लाभार्थी से उस व्यक्ति के लिए पेट्रोल के लिए 200 रुपए की मांग की जा रही है। हालांकि इस आडियों में कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है। लेकिन कई ग्रामीणों की मानों तो टेप शामीन बानो का ही है।
वहीं ग्राम सभा लोनहा में तैनात ग्राम सचिव अनिल मौर्य खुद को मुख्तार अंसारी का करीबी बताकर जमकर लूट कर रहा है। इसको लेकर हिंदू जागरण मंच के जिला महामंत्री सूर्यभान विश्वकर्मा ने खंड विकास अधिकारी से लेकर एस एस पी लखनऊ तक से शिकायत की मगर कार्यवाही आज तक नहीं हुई।
सबका साथ सबका विकास की बात कहने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महन्त योगी आदित्यनाथ ऐसे कर्मचारी साख पर बट्टा हैं। भ्रष्ट अफसर व कर्मचारी गांव के लाभार्थियों से योजनाओं के नाम पर धन वसूली की खुली मांग कर रहे हैं, जिससे केन्द्र व प्रदेश सरकार की छवि काफी धूमिल हो रही है शायद यह भ्रष्टाचार का खेल पंचायत विभाग में कुछ ज्यादा ही है हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विकास खंड सरोजनी नगर की जहां के अधिकांश गांवों में न तो कोई विकास ही हुआ है न ही गरीबों लाभार्थियों को किसी भी सरकारी योजनाओं का लाभ कहीं कहीं पर तो प्रधान व सचिव ने मिलकर गांव में विकास, प्रधानमंत्री आवास शौचालय योजना में जमकर धन उगाही करने का काम किया है जिन्होंने नहीं दिया वो आज भी सरकारी योजनाओं से वंचित रह गए सरोजनी नगर के अन्धपुरदेव ग्राम सभा की पंचायत सचिव शमीन बानो जिनका कोई जवाब नहीं है इनका लाभार्थियों से रिश्र्वत लेने का तरीका अगर कोई सुन लेगा तो हक्का बक्का रह जायेगा अगर कोई लाभार्थी इनको कुछ नहीं देता है तो यह स्पष्ट शब्दों में कहती हैं कि क्या भिखारी है ? गांव के सुकरू पुत्र वैजू से शमीन बानो ने प्रधानमंत्री आवास की आखिरी किस्त आने के एवज में मात्र २०० रूपए की मांग की न मिलने पर भिखारी तक बना डाला है शायद ऐसे पंचायत सचिव ही सरकार की छवि धूमिल कराने में अमादा है। सरोजनी नगर के लगभग सभी गांव ऐसे हैं जहां आज भी गरीब लाभार्थियों को सरकार की न तो प्रधानमंत्री आवास न शौचालय व अन्य किसी योजना का लाभ मिला है अगर जिले व ब्लाक में एसी (वातानुकूलित) का मोह रखने वाले आला अधिकारी अगर गांव गांव जाकर वहां के हालातों और वहां के बाशिंदों से पूछ लेते तो तमाम पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जा चुके होते। अन्धपुर देव की पंचायत सचिव का लाभार्थी से घूस मांगने का आडियो जब वायरल हुआ तो सभी ज़िम्मेदार कुम्भकरणी नींद से अचानक उठ गये और आनन फानन में पंचायत सचिव से स्पष्टीकरण मांगा है अब आगे क्या होगा यह देखना भी काफी लाजमी होगा।
जल्द ही आडियो अपडेट होगा