(www.arya-tv.com) मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैं तो किसानों के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार से लड़ाई भी लड़ चुका हूं। इस मामले में किसानों की सुनवाई होनी ही चाहिए। जब MSP लागू हो जाएगा तो किसान संतुष्ट हो जाएगा और उसके बाद यह आंदोलन अपने आप समाप्त हो जाएगा।
सत्यपाल मलिकने कहा है कि केंद्र को MSP की गारंटी का कानून बनाना चाहिए। उसके बाद निश्चित ही किसानों का मुद्दा हल हो सकेगा। देश के किसानों की हालत बेहद खराब है। केंद्र निश्चित रूप से इस मामले में गलत रास्ते पर है
ऐसे तो दोबारा नहीं मिलेगी सत्ता राज्यपाल ने कहा कि केंद्र सरकार को समझना चाहिए कि किसान 10 महीने से अपना घर, परिवार छोड़कर सड़कों पर बैठे हैं। फसल बुवाई का समय है। इतना लंबा समय हो जाने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं होने से उनमें गुस्सा है। यही हालात रहे तो केंद्र सरकार वापसी नहीं करेगी।मैं शुरू से किसानों के साथ खड़ा हूं और जरूरत पड़ने पर पद भी छोड़ सकता हूं। किसानों के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से झगड़ा कर चुका हूं। मैंने उनसे कहा कि यह सब मत करो।किसानों ने मुझे मध्यस्थ मान लिया है, लेकिन सरकार भी मध्यस्थता के लिए कहे तब बात बने।
अजय मिश्र को दे देना चाहिए था इस्तीफा
मलिक ने कहा कि यह लखीमपुर घटना होते ही केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र को इस्तीफा दे देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अजय मिश्र केंद्रीय गृह राज्यमंत्री तो दूर मंत्री बनने लायक नहीं है।उन्होंने कहा कि जब वे कश्मीर के राज्यपाल थे, तब वहां पर आतंकवाद काफी हद तक कम हुआ था। आतंकवादी कई किलोमीटर तक अंदर नहीं घुस पाते थे। वहीं, सिख समुदाय पर राज्यपाल ने कहा कि यह समुदाय हमेशा से देशभक्त रहा है। इस पर किसी प्रकार का लांछन लगाना हमारे इतिहास का अपमान है।मलिक जम्मू कश्मीर के राज्यपाल भी रहे हैं।