छठ महापर्व के लिए प्रशासन और पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। राजधानी में बनाए गए 92 स्थायी/अस्थायी घाटों पर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। नगर निगम और जिला प्रशासन ने साफ सफाई से लेकर अन्य व्यवस्था पूरी कर ली है। संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था बबलू कुमार ने बताया कि घाटों पर सफाई, कीटनाशक के छिड़काव के साथ अस्थायी शौचालय की भी व्यवस्था की जा रही है। महिलाओं को कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम बनाए गए हैं। प्रत्येक घाट पर चिकित्सक दल व एंबुलेंस तैनात रहेगी। श्रद्धालुओं को गहरे पानी में जाने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग करने के अलावा जल पुलिस, स्टीमर, मोटर बोट मुस्तैद रहेगी। नगर निगम की स्थायी व अस्थायी सीढ़ियों का निर्माण व फिसलन से बचाव के इंतजाम किये हैं। फायर टेंडर, अग्निशमन उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता की गई है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि दक्षिणी जोन में 35, पूर्वी में 30, पश्चिमी में 12, उत्तरी जोन में में छह और मध्य में 9 स्थान व घाट बनाए गए हैं। इनमें कुड़ियाघाट, गोरिल्ला तालाब (पारा मार्केट डॉक्टरखेड़ा), लक्ष्मण मेला छठ घाट, झूलेलाल पार्क, छोहरिया माता मंदिर कस्बा, इमली बाधन मंदिर, गोरी बाजार (निकट हीरालाल यादव कॉलेज), लल्लूमल घाट, पक्का पुल, हनुमान सेतु, निशातगंज, खाटूश्याम मंदिर घाट, गोमती बैराज, पिपराघाट, मां चंद्रिका देवी घाट भीड़भाड़ वाले हैं। इन घाटों का पुलिस अधिकारियों ने निरीक्षण कर सुरक्षा के विशेष बंदोबस्त किए हैं। सोमवार को अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पूजा की शुरुआत होगी और मंगलवार सुबह उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत संपन्न होगा।
ड्रोन व सीसीटीवी कैमरे से घाटों की निगरानी
जेसीपी कानून-व्यवस्था के मुताबिक सुरक्षा की दृष्टि से घाटों की निगरानी ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों से जा रही है। सोशल मीडिया पर मॉनिटरिंग सर्विलांस व साइबर क्राइम सेल नजर रखे हैं। सुरक्षा में 14 राजपत्रित अधिकारी, 75 इंस्पेक्टर, 472 एसआई, 51 महिला एसआई, 645 हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल, 329 महिला आरक्षी, 868 पीएसी के जवान तैनात किए गए हैं। वहीं, यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए 50 टीएसआई, 50 हेड कांस्टेबल, 112 कांस्टेबल और 25 होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं।

 
 
	 
						 
						