वाराणसी।(www.arya-tv.com) कूड़े से बिजली बनाने का नगर निगम का तीसरा प्लांट 20 दिसंबर से शुरू हो रहा है। इंडियन ऑयल के सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी) फंड से संचालित होने वाले इस प्लांट से 780 यूनिट प्रतिदिन बिजली का उत्पादन होगा। इसके लिए जरूरी है कि निगम रोज पांच टन ऑर्गेनिक कूड़ा उपलब्ध कराए।
भेलूपुर के पास भवनिया पोखरी स्थित प्लांट को चलाने की तैयारी ओआरएसपीएल (ऑर्गेनिक रिसाइक्लिंग सिस्टम प्राइवेट लि.) कर रही है। इसके लिए मुंबई से विशेषज्ञ आए हैं। उल्लेखनीय है कि वेस्ट टू एनर्जी योजना के तहत सबसे पहले भवनिया पोखरी के पास ही प्लांट को लगाया गया था। तकनीकी दिक्कत के कारण प्लांट शुरू नहीं हो सका था। अब तीन साल का करार पूरा होने को है इसलिए इसे चालू करने की कोशिश की जा रही है।
फिलहाल अगस्त 2017 से पहडिय़ा मंडी के समीप स्थित एक कूड़ा प्लांट काम कर रहा है। कुछ दिनों तक इससे 70 स्ट्रीट लाइटें जलती थीं लेकिन कूड़ा कम मिलने से प्लांट से बिजली का उत्पादन कम हो गया है। आइडीएच कालोनी के पास जनवरी 2018 में चालू हुआ प्लांट छह माह से बंद है।
घरेलू उपयोग के बाद रोज निकलने वाले अवशेष जैसे अन्न, हरी सब्जी, खराब फल आदि को आर्गेनिक कूड़ा कहते हैं। लेकिन प्लांट को पर्याप्त कूड़ा नहीं मिल पा रहा। एक प्लांट के संचालन को पांच टन गीले कूड़े की जरूरत होती है।
प्लांट के संचालन को कम से कम सात लोगों की जरूरत होती है। एक वर्ष तक इंडियन ऑयल ने सभी कर्मियों को वेतन दिया लेकिन गत दो साल से वेतन नहीं दिया जा रहा है। इस बारे में वेस्ट टू एनर्जी के प्रभारी अधिकारी अजय राम ने कहा कि कंपनी तीन वर्ष से इस पर कार्य कर रही है लेकिन पर्याप्त कूड़ा न मिलने से प्लांट पूरी क्षमता से काम नहीं कर रहा। अब डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन शुरू होने के बाद सभी प्लांट पूरी क्षमता से चलेंगे।
