गोरखपुर में गणपति महोत्सव की धूम:महाराष्ट्र की तरह दिखा नजारा

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(www.arya-tv.com) शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको…दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको…हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको…महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको…जय देव…जय देव। गणपति बप्पा मोरया…मंगल मूर्ति मोरया… के जयघोष से गोरखपुर शहर गूंज उठा। मौका था बुधवार को गणेश चतुर्थी का। बुधवार की रात विधवत पूजन-अर्चन और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान गणेश का पट खुला।

पूरा शहर गणपति के जश्न में डूबा हुआ है। महाराष्ट्र के तर्ज पर यहां भी शहर भर में गणेश प्रतिमांए स्थापित की गईं हैं। 10 दिनों तक गणेश पंडालों पर विभिन्न कायक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। शहर के घासीकटरा, मिर्जापुर चैक, कच्चीबाग, पांडेयहाता, धर्मशाला बाजार, गोरखनाथ, राजेंद्रनगर सहित तमाम इलाकों में गणपति के भव्य पंडाल सजाए गए हैं।

घर-घर पहुंचे गणपति
इसके साथ ही घरों में भी छोटी-छोटी गणेश प्रतिमांए स्थापित की गई हैं। पूरे शहर में गणपति की धूम है। शहर में भगवान गणेश की प्रतिमाओं के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भी जुट रही है। वहीं, लोग घरों में सुबह-शाम गणपति के भजन-गीत और पूजन में डूबे हुए हैं।

पुलिस रिकार्ड के मुताबिक, गोरखपुर जोन के 11 जिलों में कुल 818 गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। इनमें गोरखपुर में 160, देवरिया में 22, कुशीनगर में 18, महराजगंज में 23, बस्ती में 29, संत कबीरनगर में 68, सिद्धार्थनगर में 50, गोंडा में 90, बहराइच में 113, बलरामपुर में 144 तथा श्रावस्ती में 131 कुल 818 गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं।

10 दिनों तक होंगे कई कार्यक्रम
गोरखपुर मनोकामना गणपति महोत्सव शिवाजी नगर मिर्जापुर के आयोजनकर्ता सुधारकर मोदनवाल ने बताया, गणेश चतुर्थी से 10 दिनों तक यहां गणेश उत्सव मनाया जाएगा। हर दिन भगवान गणेश के दरबार में अलग-अलग कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा।

इसमें 108 प्रकार के भोग से लेकर मोदक और श्रृखंड भोग भी बप्पा को लगाया जाएगा। इसके बाद 28 सितंबर को सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ के बाद गणपति पालकी पर भव्य शोभायात्रा निकालकर प्रतिमा का विजर्सन प्रमुख चौराहों से होकर राजघाट पर बने कृतिम तालाब में किया जाएगा।