अपराधियों के खिलाफ पुलिस के एक्शन में तेजी आने से गैंगस्टारो ने 2020 में तोड़ा रिकॉर्ड़

Kanpur Zone

 (www.arya-tv.com) वर्ष 2020 की विदाई में तीन दिन बाकी हैं। कानपुर में माैजूदा वर्ष में जहां अपराध घटे, वहीं अपराधियों के खिलाफ पुलिस के एक्शन में तेजी आई है। इस साल पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत रिकार्ड कार्रवाई की। औसतन हर तीसरे दिन एक अपराधी के खिलाफ गैंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। कानपुर पुलिस के रिकार्ड के मुताबिक इस साल रिकार्ड 124 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई। औसतन हर तीसरे दिन किसी न किसी अपराधी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया। इसकी अपेक्षा वर्ष 2019 में 79 और वर्ष 2018 में केवल 34 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। इससे पिछले सालों में भी कभी इतनी बड़ी संख्या में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज नहीं हुए।

दो जुलाई की रात बिकरू में सीओ समेत आठ पुलिस वालों की हत्या के बाद अपराधियों और पुलिस की सांठगांठ की खबरें आई। यह भी सामने आया कि पुलिस बड़े अपराधियों के खिलाफ गुंडा एक्ट या गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई नहीं करती। उनकी हिस्ट्रीशीट नहीं खुलती, जिससे वह टॉप टेन में शामिल नहीं होते। इसकी वजह से बड़े अपराधी अधिकारियों की नजर में नहीं आ पते। इसके बाद ही अभियान चलाकर बड़े अपराधरियों के खिलाफ गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई। बिकरू कांड के बाद सबसे पहला गैंगस्टर विकास दुबे का खजांची जय बाजपेई बना और उसके तीनों भाई उसके सहयोगी। इसके बाद कटरी के विकास दुबे के नाम से चर्चा में आए रामदास के खिलाफ गैंगस्टर लगा।